पोरसा, 30 जनवरी: (विनय मेहरा की कलम से)
पोरसा के शासकीय कन्या उत्तर माध्यमिक विद्यालय ने गुरुवार को एक भव्य और अभूतपूर्व वार्षिकोत्सव का आयोजन किया, जिसमें न केवल शिक्षा की श्रेष्ठता का उद्घाटन किया गया, बल्कि सांस्कृतिक, शैक्षिक, और पर्यावरणीय नवाचारों के माध्यम से विद्यालय के समग्र विकास को भी प्रदर्शित किया गया। इस आयोजन ने विद्यालय की गौरवमयी परंपराओं और उत्कृष्टता की मिसाल पेश की।
दीप प्रज्वलन और आध्यात्मिक आभार:
समारोह की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन से हुई, जो ज्ञान और शिक्षा की देवी के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक था। इसके बाद अतिथियों का स्वागत पारंपरिक माला और फूलों से किया गया, जिससे समारोह में एक अनुपम भारतीय सांस्कृतिक महक फैल गई। विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अतिथियों का गर्मजोशी से अभिनंदन किया, जिससे विद्यालय के उच्च आदर्शों और संस्कारों की स्पष्ट झलक मिलती है।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया:
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मंच को आभायुक्त कर दिया। सामूहिक गीतों, नाटकों और नृत्य के अद्भुत संगम ने न केवल शिक्षा की श्रेष्ठता को प्रस्तुत किया, बल्कि विद्यालय में कला और संस्कृति के प्रति गहरी निष्ठा को भी उजागर किया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि शैक्षिक दृष्टिकोण से भी विद्यार्थियों की समग्र मानसिक और भावनात्मक विकास की गहरी छाप छोड़ी।
शैक्षिक नवाचार और पर्यावरण के प्रति जागरूकता:
विद्यालय ने एक अभिनव पहल की शुरुआत की, जिसमें प्रत्येक छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए एक पौधा रोपने का दायित्व सौंपा गया। यह कदम न केवल विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करता है, बल्कि उन्हें प्रकृति से जुड़ने और उसकी देखभाल करने की जिम्मेदारी भी सौंपता है। इस कार्य से विद्यार्थियों में पर्यावरणीय शिक्षा की आवश्यकता और महत्व के प्रति गहरी समझ विकसित हो रही है, जो उन्हें आने वाले समय में समाज के प्रति संवेदनशील नागरिक बनाएगी।
शैक्षिक प्रदर्शन का उत्सव – छात्रों की अभूतपूर्व सफलता का सम्मान:
समारोह के प्रमुख आकर्षण में शैक्षिक और सह-शैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों का सम्मान था। विद्यालय ने उन छात्राओं को विशेष रूप से सम्मानित किया जिन्होंने कक्षा 10वीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए और विद्यालय के अन्य शैक्षिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में अद्वितीय प्रदर्शन किया। इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मेडल, शील्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे उनकी मेहनत और समर्पण को उचित पहचान मिली।
“स्टूडेंट ऑफ द ईयर” का गौरवमयी सम्मान:
इस वर्ष ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ का खिताब कक्षा 10th की छात्रा मोनिका वैसपिता मुकेश वैस को दिया गया, जिन्होंने अपनी कक्षामें अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। उनकी मेहनत और उत्कृष्टता को मान्यता देते हुए उन्हें मेडल, शील्ड, सर्टिफिकेट और प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस सम्मान ने न केवल मोनिका को प्रेरित किया, बल्कि विद्यालय के अन्य छात्रों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत का कार्य किया।
विद्यालय की प्रगति – प्राचार्य की सार्थक रिपोर्ट:
विद्यालय के प्राचार्य श्री वीरेंद्र सिंह तोमर ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने विद्यालय के शैक्षिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यालय की प्रगति को सराहा और यह बताया कि यह संस्थान न केवल शिक्षा, बल्कि विद्यार्थियों के समग्र व्यक्तित्व के विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विद्यालय की गुणवत्ता को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सतत प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
सन्मानित अतिथियों के प्रेरक विचार:
सम्मानित अतिथियों ने अपने संबोधन में शिक्षा के महत्व पर गहरा विचार व्यक्त किया। विशेष रूप से बालिका शिक्षा को प्राथमिकता देने पर बल देते हुए उन्होंने पोरसा के शासकीय कन्या विद्यालय को एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय न केवल शिक्षित करता है, बल्कि अपने विद्यार्थियों को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा भी देता है।
ये अतिथि रहे उपस्थिति :
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथिगण में S.P. गोरी, श्री शैलेंद्र सिंह तोमर (BRCC पोरसा), श्रीमती सपना यादव (सीडीपीओ), श्रीमती नीलम गुप्ता (एक्सीलेंस प्रिंसिपल), आसाराम माहौर (प्रिंसिपल, धर्मगढ़) और श्रीमती निशा तोमर (प्रिंसिपल, खेरिया) शामिल थे। इन सभी सम्माननीय अतिथियों ने समारोह को अपनी उपस्थिति से गौरवान्वित किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समारोह का व्यापक प्रभाव और समुदाय की सहभागिता:
समारोह में बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक प्राचार्य श्री वीरेन्द्र सिंह तोमर, संदीप तोमर, रामकिशोर ओझा, श्री विजय सिंह, श्री विनोद कुशवाह, श्री पवन कुमार गुप्ता व अन्य स्टाफ, अभिभावक और ग्रामवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में दिखी समुदाय की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को और भी सफल और प्रभावशाली बना दिया। सभी ने मिलकर इस आयोजन को ऐतिहासिक रूप से यादगार बना दिया।