ब्यौहारी मेले में खाली पंडाल, नगर परिषद् एवं स्वास्थ्य विभाग दोनों नदारत
कैसे रुकेगा गोदावल मेला में अवैध वसूली का कार्य
मेले में ठेकेदार द्वारा अवैध वसूली, जिम्मेदार अधिकारी बने गूंगे बहरे
विनय द्विवेदी ब्यौहारी – हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मकर संक्रांति के दिन से गोदावल धाम ब्योहारी मे 7 दिवसीय मेला प्रारंभ होता है। मेला मे आस पास सहित दूर दराज से ब्यापारी भी इस मेले में व्यापार करने के लिए अपना समान लेकर आते है। मेला मे लोगों को किसी प्रकार की कोई अब्यवस्था न हो उसके लिये प्रशासन द्वारा विशेष रूप से ध्यान देकर ब्यवस्था की जाती है। मेला मे जगह – जगह सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया है और ड्रोन कैमरा से भी निगरानी किये जाने की चर्चा हो रही है।
एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं
मेले का संचालन नगर परिषद् ब्यौहारी की देख रेख में संचालित होता है पर गोदावल मेला के दूसरे दिन ही कर्मचारियो की लापरवाही नजर आई, नगर परिषद् के द्वारा बनाए गए पंडाल जहां दोनों विभाग के अधिकारी कर्मचारी बैठकर मेले में पहुंचे मेला प्रेमियों की सहायता की जाती रही है परंतु देखा गया कि लगे पंडाल में नगर परिषद् ब्यौहारी एवं सिविल अस्पताल ब्यौहारी दोनों विभाग से एक भी अधिकारी कर्मचारी मौजूद नहीं थे।
ठेकेदार के हवाले में स्टैंड
मोटर सायकल, फोर व्हीलर के खडे होने और बजार बैठकी की ब्यवस्था हेतु नगर परिषद द्वारा ठेका पे दिया गया है। मेला मे किसी प्रकार का उपद्रव, चोरी आदि न हो उसका भी ध्यान रखते हुए ब्यौहारी पुलिस द्वारा अपना पुलिस केंद्र बना मेले मे जगह – जगह पुलिस जवान तैनात कर निगरानी की जा रही है। ज्ञात हो कि गोदावल धाम में संत गैबानंद महराज जी की तपोस्थली है जंहा कई वर्षो से 14 जनवरी मकर शंक्रांति के अवसर पर सात दिवसीय मेला लगता है। मेले का आनंद लेने के लिये ब्यौहारी नगर सहित क्षेत्र के आस पास गांव सहित दूर दराज से लोग मेले का आनंद लेने आते है। मेले मे वाहन पार्किंग हेतु जो ठेका नगर परिषद द्वारा दिया गया है वंहा किसी से अवैध वसूली न हो उसके लिये नगर परिषद द्वारा वाहन पार्किंग हेतु दर निर्धारण का बोर्ड भी लगवाया गया है इसके बावजूद ठेकेदारो द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि की वसूली की जा रही है। लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि ठेकेदार द्वारा मोटर सायकल से 10 की जगह पर 20 रूपये एवं फोर व्हीलर एवं ऑटो से 25 रूपये की जगह 50 रूपये लिया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा अवैध रूप से की जा रही है वसूली कंहा तक उचित है वह जिम्मेदार अधिकारी ही बता सकते है। ठेकेदार द्वारा अवैध रुप से की जा रही वसूली के संबंध मे जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी अरुण श्रीवास्तव से चर्चा की गयी तब उनके द्वारा उस संबंध मे बात करने पर असमर्थता जाहिर करते हुए नगर परिषद अध्यक्ष या मेला प्रभारी से बात करने के लिये कहा गया। मेले मे नगर परिषद द्वारा वसूली हेतु 14 जनवरी से अनुमति दी गयी थी किन्तु ठेकेदार द्वारा मेले मे समाग्री लेकर आने वाले वाहनों से 12 जनवरी से ही पिछली यानि 2024 की रसीद से अवैध तरीके से वसूली की जा रही थी जिस पर चर्चा दौरान सीएम ओ द्वारा बताया गया कि जानकारी लगने पर ठेकेदार को 100 रसीद का पैसा जमा करने के लिये कहा गया है। वंही कुछ लोगों द्वारा अवैध रुप से वसूली अधिकारियो की मिली भगत से की जानें की बात बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि ठेकेदार द्वारा की जा रही अवैध वसूली पर जंहा टेंडर निरस्त करते हुए उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा थाना मे पंजीबद्ध कराया जाना था वंहा इस तरह की कार्यवाही मिली भगत से ही संभव हो सकता है। चर्चा यह भी हो रहा है कि मेले का टेंडर भी नहीं हुआ है, अपने चहेते ठेकेदार को लाभ पंहुचाने के लिये इस बार मेला ठेका किये जाने के संबंध मे परिषद के बैठक मे भी एजेंडा नहीं रखे जाने की बात कुछ पार्षदो द्वारा बतायी जा रही है।अवैध वसूली को लेकर नगर वासियो मे भी काफी आक्रोश देखा जा रहा है जिसके लिये समाचार के माध्यम से लोगों नें जिम्मेदार अधिकारियो से मांग की है कि इसे गंभीरता से लेते हुए ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्यवाही करें जिससे लोगों से हो रही अवैध वसूली पर रोक लग सके।