कृषको, पशुपालको को 101 गौवंश सुपुर्दुगी सहित उनके भरण पोषण हेतु पशु आहार, भूसा, दवा किट, कम्बल का हुआ वितरण
परहित सरिस धर्म नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई-जिलाधिकारी
प्राचीन काल से ही गोवंशों का भारतीय जीवन पद्धति में बहुत महत्वपूर्ण स्थान-डीएम
नितेश उपाध्याय ब्यूरो चीफ भदोही।
एक गौवंश के संरक्षण पर 1500 रू0 प्रतिमाह सहित 04 गौवंशो के संरक्षण पर मनरेगा से बनेगा टीन शेड-सीडीओ
भदोही 08 जनवरी 2025ः- प्रदेश में अपनी तरह की अनूठी पहल के रूप में 101 गोवंश सुपुर्दगी कार्यक्रम जिलाधिकारी विशाल सिंह के कुशल मार्गदर्शन में व मुख्य विकास अधिकारी के पर्यवेक्षण में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल हमीदपट्टी औराई में केयर टेकरों को कम्बल वितरण व गोवंश सुपुर्दुगी में सराहनीय योगदान देने वालों को जि0पं0अ0 अनिरूद्ध त्रिपाठी, डीएम, सीडीओ ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उपर्युक्त अतिथियों ने गायो को हल्दी, चंदन, रोरी लगाकर गौ पूजन कर गुड़ व चना खिलाया। गौवंश सहित उनके भरण पोषण हेतु पशु आहार, भूसा, दवा किट, कम्बल सुपुर्द किये गये।
जिलाधिकारी ने कहा कि आईये गोवंश संरक्षण करके स्वावलम्बी बने। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही गोवंशों का भारतीय जीवन पद्धति में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। खेती किसानी से लेकर सभी धार्मिक आयोजनों में गाय के दूध, गोबर, गौमूत्र, आदि की उपयोगिता व प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। दैनिक जीवन में भी पंचगव्य का विशेष स्थान है। जिलाधिकारी ने कहा कि परहित सरिस धर्म नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई अर्थात दूसरों की भलाई के समान कोई दूसरा धर्म नही है, और दूसरों को दुःख पहुचाने के समान कोई दूसरा अधर्म नही है। उन्होंने कहा कि लोग आज निराश्रित गौवंश को छोड़ दे रहे है। उन्होंने बताया कि औराई की गोवंश सुपुर्दुगी पहल गौवंश के संरक्षण में क्रान्ति ला सकती है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल जनपद में पशुपालन को बढ़ावा देना और पशुपालको को आत्मनिर्भर बनाने में निर्भर करेगी।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि 04 सैम-मैम बच्चों के पोषण हेतु उनके माता पिता सहित कुल 101 चिन्ह्ति कृषक/पशुपालक/अन्य व्यक्ति को गौवंश सहित उनके भरण पोषण हेतु पशु आहार, भूसा, दवा किट, कम्बल सुपुर्द किये गया। सीडीओ ने बताया कि 01 गौवंश के भरण पोषण हेतु कृषक/पशुपालकों को 1500 रूपये प्रतिमाह प्रदान किया जायेगा। जिन लोगों ने 04 गौवंश संरक्षण हेतु लिए है, उनके यहॉ मनरेगा के अन्तर्गत गौवंशों हेतु टीन शेड लगाया जायेगा।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 डीपी सिंह, उप पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 एस के शुक्ला ने बताया कि निराश्रित/बेसहारा गौवंश के भरण पोषण हेतु चिन्ह्ति कृषक/पशुपालक/अन्य व्यक्ति को अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल से गौवंश की सुपुर्दुगी के प्रमाण पत्र पर सम्बन्धित पशु का टैग नम्बर, प्रजाति, उम्र, लिंग, रंग, सिंह, दूधारू/सुखी आदि जानकारी अंकित है।
खण्ड विकास अधिकारी बृजेश नारायण त्रिपाठी ने बताया कि गौवंश सुपुर्दुगी का यह कार्यक्रम प्रदेश स्तर पर अनूठी पहल है। जिसका शुभारम्भ जनपद भदोही के औराई से किया गया है। आज का यह कदम गौवंशों के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होगा।
गौवंश सुपुर्दुगी कार्यक्रम में विशेष उल्लेखनीय योगदान देने पर खण्ड विकास अधिकारी बृजेश नारायण त्रिपाठी, धनराज कोटार्य, लेखाकार प्रमोद पाण्डेय, हम्मीदपट्टी प्रधान संगीता गौतम, सचिव, उप पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 एस के शुक्ला सहित अन्य को डीएम, सीडीओ ने प्रशस्ति पत्र देकर उनके कार्यो की सराहना किया।
कार्यक्रम में उपायुक्त स्वतः रोजगार राजाराम, जिला विकास अधिकारी ज्ञानप्रकाश, डीपीआरओ संजय मिश्रा, उप जिलाधिकारी औराई बरखा सिंह, तहसीलदार औराई सुनील कुमार, जिला सूचना अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार, सीडीपीओ औराई, सीएम फेलो डॉ0 मधु शास्त्री उपस्थित रहे।