पोरसा।
रवि सिंह तोमर और विनय मेहरा की संकलित रिपोर्ट।
मुरैना जिले के पोरसा थाना क्षेत्र में 3 जनवरी, शुक्रवार को एक ऐसा सड़क हादसा हुआ जिसने न केवल घायल हुए लोगों की ज़िंदगी को खतरे में डाल दिया, बल्कि इसने सड़क सुरक्षा की गंभीरता पर भी सवाल खड़े कर दिए। श्यापुरा और अटेर रोड पेट्रोल पंप के बीच हुए इस भयंकर हादसे में एक ई-रिक्शा और स्विफ्ट डिजायर कार के बीच आमने-सामने टक्कर हो गई। यह हादसा इतना जोरदार था कि सड़क पर खून-खराबे का मंजर फैला गया।
घटना उस समय हुई जब ई-रिक्शा में सवार लोग औरेठी गांव के भंडारे का प्रसाद लेकर लौट रहे थे। ई-रिक्शा में सवार 8 लोग—गंगाबाई (45), लक्ष्मी (10), भगवती (75), ताराबाई (50), प्रेमां बाई (40), सरला (42), सेवाराम (60), और रमाबाई (40)—भीषण टक्कर के बाद बुरी तरह से घायल हो गए। जबकि कार पोरसा से अटेर की ओर जा रही थी, ई-रिक्शा अटेर से पोरसा की दिशा में आ रहा था। अचानक हुई टक्कर ने सभी को हिलाकर रख दिया और सड़क पर चीख-पुकार मच गई।
घायल व्यक्तियों का इलाज:
मुरैना जिला अस्पताल रेफर किए गए घायल व्यक्ति:
गंगाबाई (45 वर्ष)
लक्ष्मी (10 वर्ष)
भगवती (75 वर्ष)
सेवाराम (60 वर्ष)
इन व्यक्तियों की स्थिति गंभीर थी, इसलिए इन्हें उपचार के लिए मुरैना के जिला अस्पताल रेफर किया गया।
पोरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज जारी है:
ताराबाई (50 वर्ष)
प्रेमां बाई (40 वर्ष)
सरला (42 वर्ष)
रमाबाई (40 वर्ष)
इन व्यक्तियों का इलाज पोरसा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है, और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
“चोटिलों के इलाज के साथ एक खौ़फनाक दृश्य: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा में मच गई अफरा-तफरी”
घटना के बाद जब घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा लाया गया, तो अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। परजिन और जाना परिचय के करीब 50 से 60 लोग अस्पताल पर जुट गए थे, और पूरी जगह चीख-पुकार और हड़कंप से भर गई थी। यह दृश्य इतना भयावह था कि उस समय वहां मौजूद सभी लोग इस हादसे की भयावहता को देखकर दहल उठे। अस्पताल के अंदर घायलों के इलाज के साथ-साथ, स्थानीय लोग, समाजसेवी, पत्रकार और पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे और सड़क सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की।
लोगों ने इस घटना पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन न करना और तेज रफ्तार की समस्या बहुत बड़ी वजह बन रही है। समाजसेवी और पत्रकारों ने मौके पर पहुंचकर इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और कहा कि यदि समय रहते सड़क सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, तो ऐसी घटनाएं भविष्य में और बढ़ सकती हैं। ई रिक्शा में क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाने के कारण यह घटना घटित हुई है। यह हादसा एक बार फिर यह साबित करता है कि सड़क पर लापरवाही और तेज रफ्तार के परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं। वाहन चालकों और क्षेत्रवासियों के लिए यह एक चेतावनी है कि सड़क पर सतर्क रहें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।