भारत में एप्पल के विनिर्माण नेटवर्क को लेकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पेगाट्रॉन, एप्पल के एक प्रमुख अनुबंध निर्माता, में बहुमत हिस्सेदारी खरीदने का सौदा पूरी तरह से अंतिम रूप में लाकर एक नई दिशा दी है। यह कदम एप्पल के वैश्विक आपूर्ति नेटवर्क में भारत के बढ़ते महत्व को दर्शाता है, खासकर तब जब चीन और अमेरिका के बीच भू-राजनीतिक तनाव अपनी चरम सीमा पर है।
—
भारत को विनिर्माण केंद्र के रूप में एप्पल का बढ़ता विश्वास
चीन के साथ बढ़ते व्यापार और राजनीतिक तनाव ने एप्पल को अपने उत्पादन केंद्रों को विविधीकृत करने के लिए प्रेरित किया है। एप्पल ने अब भारत को एक नए और स्थिर विनिर्माण स्थल के रूप में पहचान लिया है, जिससे भारतीय बाजार में विनिर्माण संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। iPhone और अन्य उत्पादों की बढ़ती मांग के बीच एप्पल ने भारत को एक महत्वपूर्ण उत्पादन केंद्र बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
—
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का पेगाट्रॉन में 60% हिस्सेदारी का अधिग्रहण
टाटा समूह, जो पहले से ही एप्पल के साथ साझेदारी में iPhone 16 का निर्माण कर रहा है, ने अब पेगाट्रॉन में 60% हिस्सेदारी खरीदने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह कदम टाटा समूह के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि इसके बाद वह एप्पल के प्रमुख अनुबंध आपूर्तिकर्ताओं में से एक के तौर पर उभर सकता है। इस सौदे से टाटा को एप्पल के लिए उत्पादन बढ़ाने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अधिक पैठ बनाने का मौका मिलेगा।
—
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर निर्माण में टाटा समूह का विस्तार
टाटा समूह ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। सेमीकंडक्टर निर्माण सहित कई उच्च-तकनीकी क्षेत्रों में कंपनी का विस्तार जारी है। पेगाट्रॉन में हिस्सेदारी खरीदने के साथ-साथ टाटा समूह का लक्ष्य भारतीय बाजार में उच्च गुणवत्ता वाले इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्माण करना है, जो न केवल भारत बल्कि वैश्विक बाजार में भी प्रतिस्पर्धी होंगे।
—
पेगाट्रॉन और टाटा समूह के बीच एक साल से जारी बातचीत
सूत्रों के अनुसार, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन के बीच यह बातचीत पिछले एक साल से चल रही थी। पेगाट्रॉन ने अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए एक भारतीय साझेदार को शामिल करने की इच्छा जताई थी, खासकर तब जब कंपनी को कम मार्जिन और श्रमिकों की मांग को पूरा करने में चुनौतियाँ आ रही थीं। टाटा समूह के साथ साझेदारी से पेगाट्रॉन को उत्पादन प्रक्रिया को और बेहतर और सस्ता बनाने में मदद मिल सकती है।
—
भारत के विनिर्माण क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर
इस साझेदारी से भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को नया जीवन मिल सकता है। टाटा समूह का लक्ष्य देश में नए कारखाने स्थापित करने और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने का है। इस तरह के विस्तार से लाखों नए रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगे।
—
भविष्य में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनने की संभावना
भारत के लिए यह सौदा एक ऐतिहासिक अवसर हो सकता है। एप्पल के साथ साझेदारी, पेगाट्रॉन जैसे प्रमुख निर्माताओं में हिस्सेदारी खरीदना और भारत में नए निर्माण केंद्र स्थापित करना, यह सब भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का वैश्विक हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, यह भारत को तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने की ओर अग्रसर करेगा।
—
अंतिम विचार: एक नई शुरुआत
यह सौदा टाटा समूह और एप्पल दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। एप्पल के उत्पादन केंद्रों को भारत में स्थानांतरित करने और पेगाट्रॉन जैसे प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं के साथ साझेदारी करने से भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को न केवल वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी, बल्कि यह घरेलू उद्योग को भी मजबूती प्रदान करेगा। एप्पल और टाटा के बीच यह साझेदारी भविष्य में और बड़े अवसरों का द्वार खोल सकती है।