दतिया, संवाददाता।
मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के दतिया परिसर में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देवी-देवताओं का अपमान करने का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री के आदेशानुसार शासकीय एवं अशासकीय संस्थानों में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने आदेश की अवहेलना की।
अधिकारियों की लापरवाही: जूते उतारने में भी असमर्थ
रिपोर्ट के अनुसार, परिसर के प्रभारी कपिल राज चंदोरिया सहित अन्य कर्मचारियों ने देवी-देवताओं के समक्ष अपने पैरों के जूते तक नहीं उतारे, जिससे वहां मौजूद लोग आक्रोशित हो गए। यह घटना परिसर के प्रभारी द्वारा की गई अनदेखी और असम्मान का प्रतीक मानी जा रही है, जो धार्मिक भावना को आहत करने वाला है।
पुराने विवादों से घिरा विश्वविद्यालय
माखनलाल विश्वविद्यालय का दतिया परिसर पहले से ही भ्रष्टाचार और शिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर विवादों में है। विश्वविद्यालय पर आरोप है कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गईं, जिससे यह लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। अब देवी-देवताओं के अपमान के इस मामले ने विवाद को और बढ़ा दिया है।
आम जनता में रोष, कार्रवाई की मांग
देवी-देवताओं के अपमान को लेकर आम जनता में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं के प्रति सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करना किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और क्या विश्वविद्यालय प्रशासन अपने अधिकारियों की इस लापरवाही पर कोई कदम उठाएगा।