सिंगरौली।सीधी के विधायक रीति पाठक के सिफारिश पर सीधी के युवक को कंडोई कंपनी सिंगरौली में रोजगार दिए जाने की खबर ने सिंगरौली जिले में राजनीतिक भूचाल खड़ा कर दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है और सीधे तौर पर सांसद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।दरअसल, सिंगरौली कलेक्टर कार्यालय से एक पत्र वायरल हुआ था, जिसमें सांसद राजेश मिश्रा के अनुमोदन से एक सीधी निवासी युवक को कंडोई कंपनी में रोजगार दिलाने की बात सामने आई। इस घटना ने कांग्रेस पार्टी के भीतर आक्रोश पैदा कर दिया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने तीखे शब्दों में कहा कि अगर रोजगार सिर्फ सिफारिशी पत्रों से ही मिल रहा है, तो सिंगरौली के हजारों शिक्षित बेरोजगार युवाओं का क्या होगा?उन्होंने सवाल उठाया कि सत्ता में बैठा प्रशासन सिर्फ सांसद की सिफारिश पर कार्य कर रहा है, तो आम जनता के हक का क्या होगा? कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन और सत्ताधारी पक्ष की मिलीभगत से क्षेत्र के असली जरूरतमंद युवाओं को रोजगार से वंचित किया जा रहा है।इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने खुली चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सिंगरौली के बेरोजगार युवाओं को तत्काल प्रभाव से रोजगार नहीं दिया गया, तो कांग्रेस पार्टी जल्द ही कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करेगी। यह साफ कर दिया गया है कि जब तक सभी योग्य युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं होता, तब तक कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।जिलाध्यक्ष का यह बयान सत्ता और प्रशासन के खिलाफ खुला मोर्चा है और आने वाले दिनों में सिंगरौली की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।