सिंगरौली, 28 अगस्त 2024
चितरंगी ब्लॉक के कुसाही पंचायत स्थित बड़गड़ा गांव में लगातार हो रही बारिश ने एक गरीब परिवार को बेघर कर दिया। मंगलवार की शाम, मटेरन हरिजन का कच्चा मकान तेज बारिश के चलते अचानक ढह गया, जिससे उनका परिवार पूरी तरह से मलवे में तब्दील घर के बाहर आ गया। गनीमत यह रही कि घर गिरने से पहले मटेरन हरिजन और उनका परिवार घर से बाहर निकलने में कामयाब हो गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
परिवार ने खोया एकमात्र आसरा: मटेरन हरिजन की पत्नी, मंती देवी ने इस दुखद घटना को याद करते हुए कहा कि जैसे ही दीवार गिरने की आवाज आई, वे लोग घर से बाहर निकल गए। “भगवान की कृपा रही कि हम समय रहते बाहर आ गए, नहीं तो हमारा पूरा परिवार इस मलबे के नीचे दब जाता,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास इस मकान के अलावा और कोई आसरा नहीं है। परिवार बेहद गरीब है और अब उनके पास सिर छुपाने के लिए कोई जगह नहीं बची है।
प्रशासन की बेरुखी या सहायता?: यह देखना अब दिलचस्प होगा कि क्या शासन और प्रशासन इस बेघर हुए परिवार की सहायता के लिए आगे आता है या नहीं। कच्चे मकान में गुज़ारा करने वाले इस गरीब परिवार को तत्काल राहत की जरूरत है, लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी अधिकारी या प्रतिनिधि उनकी मदद के लिए सामने नहीं आया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस परिवार की मदद के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए। बारिश का कहर अभी थमा नहीं है और ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार और प्रशासन इन प्रभावित परिवारों को सहायता पहुंचाने के लिए अपनी ज़िम्मेदारी निभाएंगे, या फिर ऐसे गरीब परिवार सरकारी उपेक्षा के शिकार हो जाएंगे?
जरूरत है त्वरित कार्रवाई की:
बड़गड़ा गांव के इस गरीब परिवार की स्थिति ने सरकार और प्रशासन के प्रति सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या इस परिवार को सरकारी सहायता मिलेगी? क्या मटेरन हरिजन और उनके परिवार को फिर से सिर छुपाने के लिए घर मिल पाएगा? ये सवाल अब स्थानीय प्रशासन के सामने हैं, जिनका जवाब देना और इस परिवार की मदद करना उनकी जिम्मेदारी है।