मुरैना / पोरसा।
लिटिल जॉइंट्स इंटरनेशनल स्कूल, पोरसा के कक्षा छठवीं और आठवीं के छात्र-छात्राओं ने हाल ही में पचपेड़ा स्थित नर्सरी का शैक्षिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को खेती और उद्यानिकी के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना था। नर्सरी में पहुंचने पर छात्रों का स्वागत तकनीकी अधिकारी अनिल और गार्डनर रमेश ने किया।
भ्रमण की शुरुआत में छात्रों ने संपूर्ण नर्सरी का दौरा किया और वहां मौजूद विभिन्न पौधों के नाम, उनकी पहचान, और उनके उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती और उद्यानिकी को समझने का प्रयास किया। कक्षा 8 के छात्रों को विशेष रूप से तकनीकी अधिकारी अनिल जी द्वारा ग्राफ्टिंग, कटिंग, गूटिंग, एयरलेयरिंग, और बडिंग जैसी वेजिटेटिव प्रोपेगेशन तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई, जिनमें किसानों के लिए फूल, सब्जी, और मसाले उत्पादन से संबंधित योजनाएं प्रमुख थीं। इसके अलावा, छात्रों ने सॉइल टेस्टिंग और उसके लाभों के बारे में सीखा, जो खेती में गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक है।
ऑर्गेनिक तकनीकों से तैयार किए जाने वाले विभिन्न इंसेंटिसाइड, पेस्टिसाइड, और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स के बारे में भी बताया गया। इन जानकारियों ने छात्रों को यह समझने में मदद की कि किस प्रकार प्राकृतिक और जैविक तरीकों से खेती को अधिक टिकाऊ बनाया जा सकता है।
छात्रों को शैक्षिक लाभ और वैज्ञानिक दृष्टिकोण में वृद्धि
इस शैक्षिक भ्रमण से छात्रों को कृषि और उद्यानिकी की प्रायोगिक समझ मिली। उन्हें पौधों के जीवन चक्र, उन्नत खेती की तकनीकों और जैविक खेती के महत्व का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ। इससे उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वे अब विभिन्न प्रोपेगेशन तकनीकों, सॉइल टेस्टिंग, और जैविक पद्धतियों की गहन जानकारी से लैस हैं, जो उनके भविष्य के विज्ञान संबंधी अध्ययन और प्रोजेक्ट्स में मददगार साबित होगी।
छात्रों ने भी पूरे उत्साह के साथ कई अहम सवाल पूछे, जिनका उत्तर विज्ञान शिक्षक विनय मेहरा और तकनीकी अधिकारी अनिल जी ने बड़ी कुशलता से दिया। इससे छात्रों की जिज्ञासा का समाधान हुआ और उनकी समझ और भी गहरी हो गई।