*✍🏻 पत्रकार- शुभम तिवारी, रीवा*
रीवा जिले के जवा जनपद शिक्षा केंद्र में कन्टर्जेसी वर्ष 2022-2023-24 की राशि में घोटाले का खुलासा हुआ है। आरोप है कि जवा शिक्षा केन्द्र के MIS और वेंडर श्री बाजार के बीच सांठ-गांठ कर शिक्षकों के कन्टर्जेसी राशि में 20% कमीशन की कटौती की जा रही है। जांच में सामने आया है कि वेंडर श्री बाजार जवा और MIS के अधिकारी सुनीत सिंह के माध्यम से यह गड़बड़ी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, वेंडर श्री बाजार के संचालिका के पति प्राथमिक शाला इटौरी में शिक्षक हैं और श्री बाजार गारमेंट्स की दुकान में बैठकर फर्जी तरीके से कार्य करते हैं। जब भी किसी शिक्षक के खाते में कन्टर्जेसी राशि आती है, वेंडर और MIS के अधिकारी ओटीपी लेकर राशि का आहरण कर लेते हैं और बदले में 20% की कटौती करते हैं। यदि छापेमारी की जाए तो श्री बाजार में सैकड़ों फर्जी सील मिल सकती हैं, जिनका उपयोग इन गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, जवा बीआरसीसी को कई बार मौखिक शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त, प्रभारी प्रधानाध्यापक इन्द्रजीत कोल ने भी 25,000 रुपये की राशि हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि राशि का आहरण 25/09/2023 को राजेन्द्र द्विवेदी और सुनीत सिंह द्वारा किया गया था, जिससे विद्यालय के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
सूत्रों की माने तो MIS अधिकारी सुनीत सिंह कंपोजिट ग्रांट के बिल लगाकर शिक्षकों से 40-50% कमीशन लेते हैं और वेंडर श्री बाजार के नाम से बिल लगाते हैं। इसके अतिरिक्त, पासवर्ड के माध्यम से किसी भी शिक्षक को प्रधानाध्यापक बनाकर ओटीपी लेकर राशि का आहरण किया जाता है। हाल ही में, मार्कशीट वितरण में भी हर मार्कशीट के लिए 5 रुपये अतिरिक्त लिए गए, जो एक और बड़ा सवाल खड़ा करता है।
वर्तमान में, इस घोटाले की गहराई से जांच की आवश्यकता है, ताकि दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जा सके। शिक्षकों की शिकायतों में भी सत्यता नजर आती है, और यह मामला विभागीय जांच का विषय बन गया है।