अनुविभागीय अधिकारी के बगले के सामने चोरी की रेत से सड़क निर्माण का सवाल
शहडोल/ब्योहारी- नगर परिषद द्वारा पीसीसी सड़क निर्माण का कार्य ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है, और यह काम अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के बंगले के ठीक सामने चल रहा है। यहां सभी जिम्मेदार अधिकारी निवास करते हैं और कुछ ही मीटर की दूरी पर थाना भी स्थित है। लेकिन, सवाल उठता है कि क्या इस क्षेत्र में ठेकेदार द्वारा टेक्टर से चोरी की रेत की तस्करी की जानकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार और थाना को नहीं है?
घटिया निर्माण पर सवाल: क्या ठेकेदार के करीबी ही करा रहे हैं काम?
नगर परिषद द्वारा ठेकेदार के माध्यम से किया जा रहा सड़क निर्माण घटिया और गुणवत्ता हीन हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार ने खुद कार्य नहीं किया बल्कि इसे अध्यक्ष के करीबी और रिश्तेदारों को सौंप दिया है। पूर्व में भी इसी ठेकेदार द्वारा कराए गए निर्माण कार्य घटिया होने के कारण सड़कें उखड़ गई थीं। अगर समय रहते सीएमओ और उपयंत्री ने इस पर ध्यान नहीं दिया, तो वर्तमान निर्माण का भी वही हाल होगा। इसके लिए जांच और कार्यवाही की मांग की गई है।
अधिकारियों का दोहरा मापदंड: गरीबों के लिए अलग, ठेकेदारों के लिए अलग कानून?
लोगों का कहना है कि जब गरीब रेत मंगवाते हैं तो उन्हें पकड़ लिया जाता है, लेकिन सड़क निर्माण के लिए चोरी की रेत पर जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही से बच रहे हैं। क्या गरीबों और ठेकेदारों के लिए कानून अलग हैं? अधिकारियों का यह दोहरा मापदंड लोगों को समझ में नहीं आ रहा है और सवाल खड़ा कर रहा है कि क्या प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
इनका कहना है: –
“अभी व्ही सी चल रही है, उपयंत्री से बात कर लो।”
**अरुण श्रीवास्तव**
मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर परिषद ब्यौहारी
उपयंत्री को फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
**इंद्रवेश यादव**
उपयंत्री, नगर परिषद ब्यौहारी