यस न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट
निर्माण में लापरवाही: आठ साल और अधूरी सड़क
उमरिया से शहडोल तक राष्ट्रीय राजमार्ग 43 का निर्माण कार्य आठ साल बाद भी अधूरा है, जिससे यह सड़क मुसाफिरों के लिए सिरदर्द बन चुकी है। जगह-जगह सड़क को खोद दिया गया है, और कई स्थानों पर इसे डायवर्ट किया गया है। इन हालातों में दुर्घटनाएं आम हो गई हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
जनप्रतिनिधियों की उदासीनता
यह सड़क स्थानीय मंत्री, सांसद और विधायकों का भी मार्ग है, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। जनता को अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ रही है, और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते विकास प्रभावित हो रहा है।
टीबीसीएल: धीमी गति से काम
राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण का ठेका सबसे पहले जीवीआर कंपनी को दिया गया था, लेकिन बाद में यह काम टीबीसीएल को सौंपा गया। कंपनी ने धीमी गति से काम किया और जगह-जगह सड़क खोदकर छोड़ दी। भुगतान न होने के कारण कई स्थानों पर काम रुका हुआ है, जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क की खस्ताहाली और छात्राओं की गुहार
सड़क की खराब स्थिति के कारण छात्रों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है। बरसात के बाद सड़कें कीचड़ से भर जाती हैं, जिससे छात्रों को बिना पढ़े घर लौटना पड़ता है। छात्रों ने कमिश्नर से सड़कों की मरम्मत की मांग की है ताकि वे स्कूल जा सकें।
गुणवत्ता में कमी और भ्रष्टाचार
एक तरफ सड़क बन रही है, तो दूसरी तरफ उखड़ती जा रही है। टीबीसीएल की मनमानी और एमपीआरडीसी की लापरवाही के चलते सड़कें खराब गुणवत्ता की बन रही हैं। कराड़ों रुपए की लागत से बनने वाली सड़कें पहले ही क्षतिग्रस्त हो रही हैं। अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, और ठेकेदार को लगातार भुगतान किया जा रहा है।
दुर्घटनाएं और जान का जोखिम
हाल ही में पाली के एक युवक की बाइक दुर्घटना में मौत हो गई, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस तरह की घटनाएं रोजमर्रा की बात हो गई हैं, और यह स्थिति लोगों के लिए चिंता का विषय है। सवाल उठता है कि आखिर कब तक लोगों को इस खस्ताहाल सड़क के कारण अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ेगी?
निष्कर्ष
उमरिया-शहडोल सड़क की स्थिति को सुधारने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। गुणवत्ताविहीन निर्माण और प्रशासनिक उदासीनता को खत्म करना होगा। जनप्रतिनिधियों को जनता की समस्याओं की ओर ध्यान देकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि लोगों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।