आयकर दिवस: आर्थिक संबलता देश की उन्नति

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आयकर क्यों लिया जाता है और इसका देश में योगदान

आयकर सरकार की राजस्व प्राप्ति का प्रमुख साधन है, जिसका उपयोग देश की आर्थिक विकास और सार्वजनिक सेवाओं के लिए किया जाता है। इससे सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश कर सकती है, जिससे समग्र विकास सुनिश्चित होता है।

प्रशासनिक सेटअप: आयकर विभाग

आयकर विभाग केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत कार्य करता है। इसका संचालन राष्ट्रीय स्तर पर आयकर महानिदेशक और मुख्य आयकर आयुक्त के नेतृत्व में होता है। राज्य स्तर पर क्षेत्रीय आयुक्त होते हैं, और जिला स्तर पर आयकर अधिकारी कर संग्रहण और अनुपालन का निरीक्षण करते हैं।

आयकर दाता के कर्तव्य और अधिकार

आयकर दाताओं का कर्तव्य है कि वे समय पर सटीक कर रिटर्न दाखिल करें और कानूनी रूप से निर्धारित कर का भुगतान करें। उनके अधिकारों में कर संबंधी सलाह प्राप्त करना, कर रिटर्न के प्रोसेसिंग की जानकारी प्राप्त करना और विवादों के समाधान की प्रक्रिया शामिल है।

आयकर का संवैधानिक आधार और इतिहास

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 265 के अनुसार, कोई कर कानून द्वारा प्राधिकृत किए बिना नहीं लगाया जा सकता। आयकर अधिनियम, 1961, भारत में आयकर की प्रक्रिया और नीति को निर्धारित करता है। इसका इतिहास 1860 से है, जब पहली बार ब्रिटिश शासन में आयकर लागू किया गया था।

आयकर और आर्थिक सुधार

1991 के आर्थिक सुधारों के बाद, आयकर प्रणाली में कई परिवर्तन किए गए, जिससे कर अनुपालन में सुधार और अर्थव्यवस्था में अधिक पारदर्शिता आई। आयकर विभाग ने तकनीकी नवाचारों को अपनाकर प्रक्रिया को सरल और अधिक सुलभ बनाया।

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