जिला संवाददाता: फिरदौस खान (मंडला)
भ्रष्टाचार मानसून का कहर:
मंडला जिले में भ्रष्टाचार मानसून ने चारों ओर पैर पसार लिया है। विभागों में लूट का खेल सरेआम चल रहा है। भ्रष्टाचार की ऐसी स्थिति है कि गांवों में कोहराम मच गया है। हाल ही में विकासखंड बीजाडांडी की ग्राम पंचायत खामेरखेड़ा अंतर्गत कुरकुटी के स्कूल टोला में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के ठेकेदार द्वारा टंकी का निर्माण कार्य मापदंडों का पालन किए बिना ही किया जा रहा है।
निर्माण में लापरवाही:
निर्माण कार्य में घोर लापरवाही बरती जा रही है। गत दिन टंकी की सीढ़ी का निर्माण अचानक भरभरा कर गिर गया, जिसमें एक मजदूर लटक गया और हाहाकार मच गया। अन्य मजदूरों की मदद से उस मजदूर को बचा लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि टंकी के निर्माण में मसाला मनमाने तरीके से चलाया जा रहा है और मापदंडों का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसी कारण यह घटना घटित हुई है।
ठेकेदार और अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
जब इस मामले में ठेकेदार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह अभी शादी में हैं। उपयंत्री ने बताया कि वह दिल्ली में हैं। पीएचई विभाग के एसडीओ का मोबाइल हमेशा बंद रहता है। ऐसा प्रतीत होता है कि ये अधिकारी बड़ी दुर्घटना के बाद ही मौके पर पहुंचेंगे।
ग्रामीणों की आपत्ति:
ग्रामवासियों ने बताया कि ठेकेदार सिर्फ मटेरियल की जरूरत पड़ने पर ही आता है और इंजीनियर ने आज तक झांकने भी नहीं आया। ग्रामीणों का कहना है कि इन अधिकारियों को कुछ भी करना नहीं है, चाहे गांव में कुछ भी हो जाए।
जिला प्रशासन से मांग:
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस टंकी की निष्पक्षता से जांच कराई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
पत्रकार की नजर से:
यह घटना हमारे सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार और लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। ठेकेदारों और अधिकारियों की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों के कारण ग्रामीणों की जान पर बन आई है। ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें कड़ाई से लागू भी करना होगा। ग्रामीणों की सुरक्षा और विकास के लिए आवश्यक है कि जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करें।