**पटवारियों की लेटलतीफी से तहसील कार्यालय की व्यवस्था पटरी से उतरी**
डिंडोरी/बजाग – गुरुवार को नगर के तहसील कार्यालय में अव्यवस्था चरम पर दिखी। यहां पर पदस्थ पटवारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे, जबकि मध्य प्रदेश शासन ने सभी शासकीय कर्मचारियों को कार्यालयीन समय पर उपस्थित होने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। बावजूद इसके, मुख्यालय के अधिकांश कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी आफिस टाइम में उपस्थित नहीं हो रहे हैं। गुरुवार को साप्ताहिक बाजार के दिन तहसील कार्यालय का भी यही हाल रहा।
**पटवारियों का समय पर न आना**
तहसील कार्यालय खुलने के बाद भी दोपहर तक पटवारियों का कोई पता नहीं था। कई पटवारियों के चेंबर में ताला लटकता रहा और राजस्व के कार्य से आए वनांचल क्षेत्र के काश्तकार अपने हल्के के पटवारियों का इंतजार करते बैठे रहे। अंततः दोपहर बारह बजे तक केवल एक महिला पटवारी ही कार्यालय में उपस्थित मिलीं।
**पटवारियों की अनुपस्थिति की पड़ताल**
बजाग तहसील अंतर्गत सर्किल में करीब आठ पटवारी पदस्थ हैं, जिनमें से दोपहर तक अधिकांश अपने कर्तव्य से नदारत मिले। गुरुवार को तहसील कार्यालय में किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित काम करवाने आईं वनग्राम जल्दा बौना की आधा दर्जन बैगा महिलाएं अपने हल्का पटवारी का सुबह 10 बजे से इंतजार कर रही थीं। फोन लगाने पर भी पटवारी ने कोई जवाब नहीं दिया। दोपहर बारह बजे कार्यालय आकर पटवारी ने अपने चेंबर का दरवाजा खोला।
**किसानों की समस्याएं और पटवारियों की अनदेखी**
बैगा महिलाओं ने पटवारी को बताया कि उनके खाते में किसान सम्मान निधि की राशि नहीं आ रही है, जिसके लिए वे लगभग डेढ़ साल से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रही हैं। हर बार काम हो जाने का आश्वासन मिलता है, लेकिन समस्या दूर नहीं होती। गांव से 30 किमी की दूरी तय करके आने-जाने पर 30 रुपए का किराया और समय खर्च करना पड़ता है। कई बार भटकने के बाद भी उन्हें बैरंग लौटना पड़ता है।
**प्रभावित हो रहे राजस्व कार्य**
साप्ताहिक बाजार के कारण मुख्यालय में बड़ी संख्या में काश्तकार और न्यायालयीन कार्य से लोग आए थे। पटवारियों के समय पर कार्यालय न आने से राजस्व से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि कार्यालय का रोजाना यही हाल रहता है। पटवारियों के आने-जाने का कोई समय तय नहीं है। साढ़े ग्यारह बजे के बाद ही पटवारियों का आना शुरू होता है।
**पटवारी का आश्वासन**
आज भी किसानों को पटवारी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्याओं को सुधार किया जाएगा।
**इनका कहना है:**
*“हम साहब को लेकर आ रहे हैं, इंतजार करना पड़ा इसलिए लेट हो गए। आए किसानों की समस्याओं को जल्दी ही सुधारा जाएगा।”*
— राम कुमार वट्टे, पटवारी
*“पटवारी कई राजस्व के कार्यों से फील्ड पर चले जाते हैं। आज एक पटवारी के फादर का निधन हो गया है। और कौन पटवारी समय पर नहीं आए, उनकी जानकारी मुझे भेजो।”*
— शांति लाल विश्नोई, तहसीलदार बजाग