चेतराम शर्मा की रिपोर्ट।
बुढार:
किसान नेता भूपेश शर्मा ने जानकारी दी कि पूर्व निर्धारित ज्ञापन सौंपे जाने के बावजूद, 1 से 10 तारीख तक किसानों से कोई बातचीत नहीं की गई। किसानों का मुख्य मुद्दा सोहागपुर एसडीएम द्वारा किसानों का अपमान था, जिस पर बाद में बात की जाएगी।
नाराज किसानों ने 11 बजे बटुरा हनुमान जी के पास चक्का जाम कर दिया, जिससे आधे घंटे में गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान तहसीलदार बुढार डेहेरिया मैडम ने पहुंच कर किसानों से बातचीत की और बताया कि वे कलेक्टर के निर्देश पर आई हैं। उन्होंने एसईसीएल प्रबंधन के महाप्रबंधक से बात कर चक्का जाम खोलने का निवेदन किया और तुरंत बैठक कर समस्या का समाधान करने का वादा किया।
बैठक जीएम गेस्ट हाउस में आयोजित की गई, जहां मुख्य मुद्दों पर चर्चा हुई:
1. रोजगार में वृद्धि
2. पुनर्वास और पुनर्स्थापन
3. परिसंपत्तियों का मुआवजा भुगतान
4. पानी, बिजली, सड़क और पंचायत में स्कूलों की स्थिति सुधार
5. रामपुर की महिलाओं के लिए आवास की व्यवस्था
बैठक में तहसीलदार डेहेरिया मैडम, महाप्रबंधक श्री कृष्णा, जीएम ऑपरेशन त्रिपाठी, सबेरिया मेनेजर अनिरुद्ध सिंह, कार्मिक सहायक प्रबंधक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सदस्य दिनेश शुक्ला, जनपद सदस्य चंद्र कुमार तिवारी, भाजपा नेता राजकमल मिश्रा, आदित्य त्रिपाठी, आनंद त्रिपाठी, राजेश मानव, रिसव गौतम, अखलेश जी, ओम प्रकाश जी, सज्जन महराज, शिवप्रसाद चौधरी, उमेश, संतोष यादव, पूर्व सरपंच बटुरा, राजू सोनी, नेमसाय, राहुल शर्मा, गुड़गुड़, विनोद चौधरी, बृजकिशोर साहू, नारायण गुप्ता और आसपास के गांव के ग्रामीण उपस्थित थे।
प्रशासन ने समस्या समाधान के लिए दो माह का समय मांगा, लेकिन किसानों ने केवल 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। अगर समाधान नहीं हुआ, तो किसान महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव करेंगे और खदान बंद करने की धमकी दी है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।