ब्यौहारी (विनय द्विवेदी की रिपोर्ट)
– यूनियन बैंक की शाखा में 5 जुलाई को बैंकिंग कार्य पूरी तरह से ठप हो गया, जब बिजली की आंख मिचौली ने खाता धारकों को दिनभर परेशान रखा। बैंक में जमा और निकासी के लिए आए खाता धारक घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
हमारे प्रतिनिधि ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। बैंक के अंदर घना अंधेरा छाया हुआ था, जिससे स्पष्ट हो गया कि बिजली की अनुपलब्धता के कारण बैंकिंग कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। बैंक के प्रबंधक ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया, जिससे खाता धारकों की चिंता और बढ़ गई।
लाइट की बार-बार कटौती ने बैंकिंग सेवाओं को ठप कर दिया, जिससे न केवल बैंक कर्मचारियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, बल्कि खाता धारकों को भी परेशान होना पड़ा। बैंकिंग सेवाओं पर इतनी बड़ी बाधा ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है, जो अपने धन के लेन-देन के लिए पूरी तरह से बैंक पर निर्भर हैं।
इस स्थिति को देखते हुए, संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बिजली आपूर्ति की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में बैंकिंग सेवाएं सुचारु रूप से चलती रहें और खाता धारकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। बिजली विभाग और बैंक प्रबंधन को मिलकर एक ठोस योजना बनानी चाहिए ताकि इस तरह की समस्याओं से निपटा जा सके और बैंकिंग कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।
**तत्काल कार्यवाही की मांग**:
1. बैंक में बैकअप पावर सिस्टम की व्यवस्था।
2. बिजली विभाग द्वारा बिजली की स्थिरता सुनिश्चित करना।
3. बैंक प्रबंधकों द्वारा खाता धारकों को नियमित अपडेट देना।
4. समस्याओं के समाधान के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करना।
इन कदमों को उठाकर, बैंक प्रबंधन और बिजली विभाग एक साथ मिलकर खाता धारकों के विश्वास को पुनः स्थापित कर सकते हैं और भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं से बच सकते हैं।