संवाददाता: फिरदौस खान (मंडला)
मंडला: जिले के बीजाडांडी जनपद में भ्रष्टाचार चरम पर है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ठेकेदारों, अधिकारियों और सरपंच सचिव की साठगांठ से निर्माण कार्यों में जमकर सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है। शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
बीजाडांडी जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत सांगवा में मनरेगा के तहत लाखों रुपये की पुलिया निर्माण कार्य किया जा रहा है। हाल ही में जेसीबी मशीन से प्लंथ का गड्ढा खोदा गया, जबकि इस कार्य में मनरेगा के तहत स्थानीय ग्रामीणों को मजदूरी मिलनी चाहिए थी। ठेकेदारों ने जल्दी काम पूरा करने के लिए मशीन का सहारा लिया, जिससे ग्रामीणों को रोजगार से वंचित किया गया।
इस प्रकार के भ्रष्टाचार से न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों के हक का भी हनन हो रहा है। संबंधित अधिकारियों और सरपंच सचिव की मिलीभगत से चल रहे इस खेल को उजागर करने के लिए स्थानीय जनता ने जोरदार विरोध किया है।
शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से सवाल उठ रहे हैं कि क्या स्थानीय प्रशासन भी इस भ्रष्टाचार में शामिल है? ग्राम पंचायत सांगवा के ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार की गतिविधियां आम हो गई हैं और उन पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है।
मनरेगा जैसी योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देना और आर्थिक सशक्तिकरण करना है, लेकिन इस प्रकार के भ्रष्टाचार से योजना का उद्देश्य ही धूमिल हो रहा है। ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से पुलिया निर्माण कार्य में हो रही अनियमितताओं पर उच्च अधिकारियों द्वारा सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
स्थानीय जनता की उम्मीदें अब भी उच्च प्रशासन से हैं कि वे जल्द ही इस मामले की जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।