**संवाददाता: फिरदौस खान**
**मंडला:** जिले की जनपद पंचायत बीजाडांडी से लेकर ग्राम पंचायतों तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। एक कहावत है “अँधे पीसे, कुत्ते खाएं” जो कि इन पंचायती हालात पर सटीक बैठती है। जनपद पंचायत अधिकारी अपनी धुन में मस्त हैं, जबकि जनता को इन काले कारनामों के खुलासे का बेसब्री से इंतजार है।जनता ने जांचकर्ताओं को ‘पांच पांडव’ का नाम दिया है, जो हीरो की तरह उभरे हैं।
जनपद उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव (मोंटू) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है। पांच पांडव की टीम के लिए यह मामला गले की फांस बन गया है।ग्राम पंचायत बीजाडांडी में पेसा एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है। पंचायत द्वारा बाजार और नल जल की वसूली की जा रही है, लेकिन इस पैसे का लेखा-जोखा नहीं मिल रहा। जब ग्रामजन ने हिसाब मांगा, तो ग्राम सभा की बैठकें बंद हो गईं। ग्राम सभा की बैठक में इन काले कारनामों का खुलासा होना तय है।
जनपद उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव ने बताया कि वह ग्रामजन के आशीर्वाद से इस मुकाम तक पहुंचे हैं और पंचायत के काले चिट्ठे को उजागर करना चाहते हैं। उन्होंने सरपंच और सचिव को पत्र लिखकर पूर्व बैठक का आयोजन करने की सूचना दी, लेकिन बैठक आयोजित नहीं की गई।उपाध्यक्ष ने सीईओ को पत्र लिखकर ग्राम पंचायत बीजाडांडी की जांच न होने पर नाराजगी जताई।
जांच टीम गठित होने के बावजूद अब तक जांच नहीं हुई है। उपाध्यक्ष ने कहा, “यह तो सिर्फ ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है। जंग ऐ ऐलान की शुरुआत हो चुकी है, आखिरी सीन का इंतजार करो, सबके जहन में एक ही सवाल है: कब होगा, कैसे होगा, आखिर में क्या होगा?”