प्रयागराज (उप्र)। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित पीसीएस-2024 की प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम में कथित अनियमितताओं को लेकर प्रतियोगी छात्रों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। परीक्षा में पारदर्शिता और सुचिता की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। छात्र नेता आशुतोष पाण्डेय ने 104 अन्य अभ्यर्थियों के साथ मिलकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक संयुक्त रिट याचिका दाखिल की है। आशुतोष पाण्डेय मूलतः जनपद भदोही के बेरवां पहाड़पुर के रहनेवाले हैं। याचिका में सुनवाई हेतु अभ्यर्थियों ने कई प्रमुख मांगें रखी हैं। याचिकाकर्ताओं ने संशोधित उत्तर कुंजी जारी करने, अंक पत्र सार्वजनिक किए जाने एवं श्रेणीवार कटऑफ घोषित करने संबंधित मांग कोर्ट के समक्ष रखी है। छात्र नेता आशुतोष पाण्डेय का कहना है कि वह पहले भी नवंबर 2024 में नॉर्मलाइजेशन के विरोध और “एक दिन, एक पाली (One Day – One Shift)” की मांग को लेकर आंदोलन कर चुके हैं। छात्रों को इसमें सफलता भी मिली थी। लेकिन आयोग द्वारा अब तक संशोधित उत्तर कुंजी, अंक प्रमाण पत्र और कटऑफ जारी न करने से अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है। छात्रों का आरोप है कि आयोग अपनी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता नहीं बरत रहा है। यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तो वे एक बार फिर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। फिलहाल, इस मामले में याचिका दायर की जा चुकी है। अब अदालत के फैसले पर प्रतियोगी छात्रों की निगाहें टिकी हुई हैं।