मुरैना/पोरसा: गेहूँ, सरसों और चने के पंजीयन की प्रक्रिया तेज, किसान जल्द करें पंजीयन

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मुरैना, 15 मार्च 2025:

मध्यप्रदेश शासन द्वारा रबी विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत किसानों से गेहूँ, सरसों और चने की फसलों के समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुरैना जिले में 13 मार्च 2025 तक कुल 6239 गेहूँ, 6329 सरसों और 136 चना किसानों ने अपना पंजीयन करवा लिया है। किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे जल्द से जल्द अपना पंजीयन कराएं क्योंकि सरसों के पंजीयन की अंतिम तिथि 17 मार्च 2025 और गेहूँ के पंजीयन की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित की गई है।

समर्थन मूल्य:

शासन ने गेहूँ के समर्थन मूल्य को 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जिसमें 175 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस जोड़ा गया है, जिससे कुल समर्थन मूल्य 2600 रुपये प्रति क्विंटल होगा। इसके अलावा, सरसों का समर्थन मूल्य 5950 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। चने के पंजीयन और समर्थन मूल्य के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

पंजीयन की प्रक्रिया:

पंजीयन के लिए जिले में कुल 63 सहकारी समितियाँ स्थापित की गई हैं, जहां किसान अपना पंजीयन करा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, किसानों को अपनी सुविधानुसार एम.पी. ऑनलाईन, कियोस्क, लोकसेवा केन्द्र और मोबाइल एप के माध्यम से भी पंजीयन कराने का विकल्प दिया गया है।

कृषकों से अपील:

जिला खाद्य अधिकारी ने सभी किसानों से अपील की है कि जो भी किसान गेहूँ, सरसों या चना की फसल उगा रहे हैं, वे अपने नजदीकी पंजीयन केन्द्र पर जाकर पंजीयन प्रक्रिया पूरी करें। पंजीयन के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी, जैसे- बैंक पासबुक, आधार कार्ड, ऋण पुस्तिका, समग्र आईडी की छायाप्रति और मोबाइल नंबर। इन दस्तावेजों के साथ किसानों को पंजीयन केन्द्र पर जाना होगा।

पंजीयन केन्द्र प्रभारियों के निर्देश:

सभी संबंधित पंजीयन केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को पंजीयन के लिए सूचना दें और यह सुनिश्चित करें कि किसान सरकार के निर्देशानुसार अपनी फसलों का पंजीयन करवाएं।

कृषकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना:

कृषकों को यह भी बताया गया है कि पंजीयन के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर वे संबंधित सहकारी समितियों या विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह भी बताया गया कि अगर किसानों को पंजीयन में कोई तकनीकी समस्या आती है, तो उन्हें एम.पी. ऑनलाइन और मोबाइल एप के माध्यम से भी सहायता प्राप्त होगी।

इस पंजीयन प्रक्रिया के माध्यम से किसानों को अधिकतम समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें उनके श्रम का उचित मूल्य मिलेगा और आर्थिक रूप से लाभ होगा।

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