पोरसा। विनय पत्रकार की कलम से… ।
पोरसा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड 2, 3, 4 और 5 के निवासी पिछले चार-पाँच दिनों से गंभीर पानी की समस्या का सामना कर रहे हैं। इन वार्डों में जल आपूर्ति बंद होने के कारण लोग 500 मीटर दूर से पानी भरकर लाने के लिए मजबूर हैं। इस समस्या ने क्षेत्रवासियों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है और उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
विशेष रूप से वार्ड 2 में ट्रांसफार्मर के खराब होने के कारण पानी की आपूर्ति में और भी रुकावट आ गई है। ट्रांसफार्मर का खराब होना बिजली आपूर्ति को प्रभावित कर रहा है, जिससे जल आपूर्ति की प्रक्रिया भी बाधित हो रही है। इस वजह से लोगों को पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है, और कई बार तो उन्हें खाली बर्तन लेकर लौटना पड़ रहा है, क्योंकि जल आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो चुकी है।
स्थानीय निवासियों की शिकायतें:
राजू सिंह तोमर ने कहा, “मैं वार्ड 3 में रहता हूं, पिछले आठ दिनों से बिजली न होने के कारण पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। न तो कोई अधिकारी आया है और न ही हमारे पार्षद ने इस समस्या को लेकर कोई जानकारी ली है। हम लगातार इस समस्या से जूझ रहे हैं।”

आशीष कुमार साहू, जो वार्ड 2 के निवासी हैं, ने कहा, “मैंने तीन-चार दिनों से पानी नहीं देखा है। हमारी दिनचर्या पानी की समस्या से पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है।”

कमलेश कुमार, वार्ड 3 के निवासी, ने बताया, “ट्रांसफार्मर की खराबी के कारण पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। हम दूर-दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं।”

स्थानीय निवासियों की बढ़ती परेशानी और उनकी शिकायतों के बाद पोरसा नगर परिषद प्रशासन ने इस मुद्दे पर त्वरित प्रतिक्रिया दी। समाचार प्रतिनिधि के माध्यम से प्रशासन को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया और महज दो घंटे के भीतर जल आपूर्ति को पुनः बहाल कर दिया।
इस कदम से क्षेत्रवासियों को राहत मिली है, लेकिन अब भी स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं का समाधान पहले से सुनिश्चित किया जाए। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे, ताकि नगरवासियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
पोरसा नगर पालिका के वार्ड 2, 3, 4 और 5 के निवासी अब राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन इस घटना ने यह साबित कर दिया कि प्रशासन की तत्परता और सक्रियता से जल संकट जैसी समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जा सकता है।