पोरसा।
भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीन ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ का आयोजन शासकीय महाविद्यालय पोरसा में 3 मार्च 2025 को विशेष रूप से किया गया। इस अवसर पर वन्यजीवों के महत्व और उनके संरक्षण पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें महाविद्यालय के इको-क्लब के प्रभारी डॉ. यशपाल नरवरिया द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राणिशास्त्र विशेषज्ञ डॉ. रामबाबू सिंह दिनकर ने वन्यजीवों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने वन्यजीवों की पर्यावरण में भूमिका और उनकी प्रजातियों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने बताया कि वन्यजीव न केवल पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखते हैं, बल्कि जैव विविधता के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य श्री फूलसिंह डंडोतिया, इको-क्लब के सदस्य डॉ. मृगेंद्र सिंह तोमर, डॉ. धर्मेन्द्र सिकरवार, डॉ. मनेंद्र कनेरिया, डॉ. प्रिया यादव, डॉ. सुरेश दादौरिया, श्री ब्रजेश छारी, श्री सूर्यकांत बरुआ, डॉ. मुकेश निगम, डॉ. पवन पहाड़िया, डॉ. ब्रजमोहन सक्सेना, डॉ. सरिता सिंह और श्रीमती पुनीता रोशमिन सहित महाविद्यालय के अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान सभी ने वन्यजीवों के संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस दिशा में सक्रिय प्रयास करने का संकल्प लिया। महाविद्यालय के इको-क्लब ने इस आयोजन के माध्यम से छात्रों और कर्मचारियों में पर्यावरण और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन से वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जो समाज में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को बढ़ावा देगा।