खरीफ फसल का भुगतान न होने पर कार्यालयों के चक्कर काट रहा किसान
उमरिया – 14/02/2025 – (आकाश सोनी) : खरीफ वर्ष 2024-25 हेतु जिले के सभी उपार्जन केंद्रों से 02 दिसम्बर से 23 जनवरी तक धान की खरीद की गई. किसानों ने बड़ी उम्मीद के साथ सरकार को धान बेचीं ताकि समय से धान उपार्जन का मूल्य प्राप्त करके वह अपने घर खुशियां ला सके किन्तु सरकार उन्हें मातम मानने पर मजबूर कर रही है. जी हां, आज दिनांक 14 फरवरी 2025 तक जिले के करीब 8600 किसानों को उनकी उपज की राशि नहीं मिल पाई है किसान आये दिन 181 मुख्यमंत्री शिकायत केंद्र में शिकायतें कर रहे हैं, जनसुनवाई में आवेदन कर रहे हैं किंतु प्रशासन के कानों कर किसान की गुहार नहीं जा रही है.
इस बीच जिला कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सिंह ने किसानों की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और कुछ प्रश्नों के साथ यह भी पूछा है कि जब पहले किसानों की उपज का गोदामिकरण होने के 3 या 4 दिन की भीतर उपज का भुगतान हो जाता था तो अबकी बार सरकार को किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वह खुलकर बताए, किसान उपज बेचकर कर्जा वापस करता है, कृषि उपकरणों की किश्त चुकाता है, अपने बच्चों की शादी करता है किन्तु राज्य की सत्तासीन सरकार की लापरवाही के कारण किसान डीफाल्टर होने की कगार पर आ गया है. हम सभी मांग करते हैं कि जल्द से जल्द किसान की उपज का भुगतान कराया जाए ताकि किसान कोई गलत कदम उठाने पर विवश न हो. – अजय सिंह (जिला कांग्रेस अध्यक्ष उमरिया)
किसानों ने क्या कहा –
तेदुहा निवासी किसान कन्हैया लाल राय ने कहा मुझे लगभग अपनी उपज बेचे दो माह हो गए, जेब से अपने स्वास्थ्य की दवाई दिखाते हुए उन्होंने कहा कि ये दवाइयां मुझे लेनी होती है लेकिन आज इनसे खरीदने को पैसा नहीं है, जिन साहूकारों से खाद बीज और उधार पैसा लिए हैं उन्हें वापस नहीं कर पा रहे हैं, किस्तों में ट्रैक्टर लिया था फाइनेंस वाले समय से क़िस्त न देने पर ट्रैक्टर खीचने की बात कर रहे हैं लाइट का बकाया बिल न देने पर कनेक्शन काट दिया गया है मैं अपनी समस्या कलेक्टर महोदय को बताया हूँ मेरी सरकार से गुजारिश है कि उपज का भुगतान जल्द करवा दें.
एक अन्य किसान राज किशोर कुशवाहा हो कोइलारी ताला निवासी हैं ने बताया कि हम सरकार को धान बेचें हैं 2 माह हो गया ट्रैक्टर की किश्त देने के लिए साहूकार से उधार लेना पड़ा गेहूं की फसल में खाद डालना है लेकिन खाद खरीदने को पैसा नहीं है इससे गेंहू की फसल भी चौपट हो रही है एन सी एफ कार्यालय में जाते हैं तो वे चार दिन दस दिन रुकने की बात करते हैं बताइए हम कहाँ जाएं, अगर यही रवैया रहा तो कीटनाशक पीकर हम जान दे देंगे इसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
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वही जिले के अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम ने कहा कि आज 14 फ़रवरी को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सिंह ने किसानों की तरफ से ज्ञापन दिया है जिसे मैंने कलेक्टर को दे दिया है इस ज्ञापन को राज्य सरकार को भेजा जाएगा और जल्द ही किसानों की समस्या का हल निकलकर आएगा. – शिवगोविंद मरकाम (अपर कलेक्टर उमरिया)