पुष्पराजगढ़ में गुस्साए व्यापारियों और ट्रासंपोर्टरों का प्रदर्शन:3 माह बाद भी किरर घाट का मरम्मत न होने से किया चक्का जाम

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-व्यापारी ट्रांस्पोर्ट यूनियन तले धरना आंदोलन, उमड़ा जन सैलाब

-किरर घाट मरम्मत मे हो रही देरी पर करौंदी तिराहे पर चार घंटे रहा जाम

रीवा अमरकंटक मुख्य सड़क मार्ग मे पड़ने वाले क्षतिग्रस्त किरर घाट निर्माण कार्य मे प्रशासन के आस्वासन पर आस्वासन दिये जाने के बाद भी लगातार हो रही देरी से नाराज पुष्पराजगढ़ के ट्रक एसोसिएसन बस संचालक व्यापारी प्रतिष्ठान व आम जनता दिन मंगलवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया हांलाकि एमपीआरडीसी, एसडीएम के लिखित आस्वासन पर चार घंटे बार आंदोलन स्थगित कर दिया गया।

अनूपपुर/ आशीष सेन:जिला मुख्यालय से पुष्पराजगढ़ को जोड़ने वाली मुख्य सडक मार्ग जिसे रीवा अमरकंटक मार्ग के नाम से जाना जाता है, मे पड़ने वाले किरर घाट बीते माह 8 जुलाई को अतिवृष्टि व वाटरसेट बांध के टूटने से तीन जगह से क्षतिग्रस्त हो गया था जिसे प्रशासन द्वारा मरम्मत कार्य पूर्ण होने तक आम नागरिकों के लिये सुरक्षा के मद्दे नजर बंद कर दिया गया था, तब जिला प्रशासन व निर्माण विभाग एमपीआरडीसी के द्वारा संयुक्त रुप से कहा गया था कि मरम्मत कार्य एक माह मे पूर्ण करा मार्ग आवागमन के लिये खोल दिया जायेगा, किन्तु चार माह बीत जाने के बाद भी मार्ग नही खोला गया है जिससे पुष्पराजगढ़ वासियों को भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है जिससे व्यथित होकर ट्रांस्पोर्ट यूनियन बस संचालक व्यापारी प्र्रतिष्ठान ठेले, गुमटी सहित आम नागरिकों ने आज करौंदी तिराहे राजेन्द्रग्राम मे धरना आंदोलन चका जाम कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। हांलांकि प्रशासन द्वारा लिखित रुप से पत्र जारी करने पर आंदोलन स्थगित कर दिया गया। पत्र मे आगामी 15 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा कराते हुये मार्ग आमजन को खोलने की बात कही गई है।

ऐसे चला आदोंलन मे घटनाक्रम

लंबे समय से अवरुद्ध मार्ग से होने वाली परेशानियों से जन प्रतिनिधि प्रशासन को राजेन्द्रग्राम की जनता अवगत कराती रही किन्तु निराकरण नही होने से मजबूर होकर आंदोलन पर उतरी और सड़क जाम कर अपनी आवाज बुलंद की। बीते कई दिनों से ट्रांस्पोर्ट यूनियन व व्यापारिक प्रतिष्ठान के संयुक्त प्रयास से आंदोलन की रुपरेखा बनी जिसे यहां के रहवासियों का पूर्ण समर्थन प्राप्त रहा और मंगलवार को सुबह 10 बजे से लिखित आस्वासन मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात पर सहमति बनी। तत्पश्चात मंगलवार के दिन सुबह 8 बजे से ही आम जनता सहित आंदोलन की अगुवाई कर रहे लोग चिन्हित स्थान करौंदी तिराहे पर जमा होने लगे। 10 बजते ही आंदोलन सुरु हुआ और सड़क मार्ग अनिश्चित काल के लिये बंद किया गया। जैसे ही सड़क जाम की सूचना प्रशासन को मिली शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु पुलिस दल को मौके पर तैनात कर दिया गया। 1 घंटे बाद एसडीएम पुष्पराजगढ़ अभिषेक चौधरी करौंदी तिराहे पहुंचकर आंदोलन रत जनों से चर्चा कर मार्ग खोलने की बात कही जिस पर सहमति नही बनी और आंदोलन जोर पकड़ता गया मौके की नजाकत समझ कर कांग्रेस विधायक अपने समर्थकों समेत आंदोलन स्थल पर पहुंच गये और आंदोलन को अपना समर्थन देते हुये वर्तमान शासन पर जमकर शब्द बांण चलाये हालांकि बाद मे एमपीआरडीसी के एजीएम मुकेश बेले के लिखित आस्वासन पर जाम खोल दिया गया।

आंदोलन से इन पर पड़ा प्रभाव

मंगलवार की सुबह से ही व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण रुप से बंद रहे राजेन्द्रग्राम नगर मे पानी, चाय, नास्ता, किराना, सब्जी जैसे रोजमर्रा की चीजों का आभाव देखने को मिला सभी दुकानों के सटर दरवाजे बंद दिखाई दिये। अनूपपुर शहडोल य अमरकंटक की तरफ से दूसरी ओर यात्रा कर रहे लोग परेशान दिखाई दिये। यात्रीगण जाम वाली जगह से अपने सामान का बोझ कांधों पर लेकर इस पार से उस पार दिखाई दिये। पानी जैसी बहु उपयोगी वस्तु के आभाव से लोगों को दो चार होना पड़ा हांलांकि यह आंदोलन चार घंटे ही चला और आपसी सहमति पर स्थगित हो गया यदि लंबा चलता तो परिणाम और भी भयावह हो सकते थे।

मजबूर जन चले आंदोलन के रास्ते

जिले की सबसे बड़ी तहसील पुष्पराजगढ़ को जिले व संभाग से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त होने की वजह से बंद पड़ा है जिससे आम नागरिकों व्यापारिक प्रतिष्ठानों प्रशासनिक अमला सहित अन्य रहवासियों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। मंदी के इस दौर मे अतिरिक्त आर्थिक बोझ का दबाव लगातार यहां की रहवासी जनता झेलने को विवस है। प्रशासन द्वारा लगातार आस्वासन पर आस्वासन निर्माण कार्य जल्द कराये जाने को लेकर दिया गया किन्तु उक्त मार्ग से आवागमन आज दिनांक तक सुरु नही हो सका जिससे परेशानजनों ओदोलन का रास्ता अख्तियार किया। जिम्मेवार प्रशासन और नेताओं तक अपनी बात व परेशानी से अवगत कराने का प्रयास सड़क जाम करते हुये किया है। देखना यह है कि दिये गये आस्वासन आगामी समय पर क्या होता है ?

टूटे किरर घाट से ऐसे बढ़ी परेशानी

विगत 8 जुलाई से क्षतिग्रस्त हुये किरर घाट की वजह से सर्वाधिक नुकसान ट्रक मालिकों, मजदूर वर्ग, व्यापारी व आमजन को हुआ है। हांलांकि परिवर्तित मार्ग की व्यवस्था की गई है जिसमे पड़ने वाली बैहार घाट पर आये दिन हादसे होते रहते है। किरर घाट जिस दिनांक से बंद है तब से लेकर आज तक पुष्पराजगढ़ बाक्साईड मांईस से परिवहन कार्य ठप्प पड़ा हुआ है उस पर कार्यरत मजदूर, भाड़े पर परिवहन करने वाले ट्रक मालिक बेरोजगार बैठे है। दूसरी तरफ बस पर सफर करने वाले आमजन किराये के अतिरिक्त बोझ उठाने को मजबूर है तो वहीं सब्जी, अनाज, तेल जैसी चीजों के दाम परिवहन के अतिरिक्त बोझ से बढ़ गये है। दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों को एक तरफ डीजल पेट्रोल के बढ़े दामों से दो चार होना पड़ता है तो वहीं अनूपपुर शहडोल जाने पर अतिरिक्त ईधन/समय की जरुरत पड़ती क्योंकि परिवर्तित मार्ग क्षतिग्रस्त मार्ग से कहीं ज्यादा लंबा है। यही वजह रही कि आमजनों को आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ा।

इनका कहना है-

हमारे द्वारा विवस होकर आंदोलन किया गया हमेें प्रशासन द्वारा दिये गये लिखित आस्वासन पर भरोसा करने के सिवा कुछ और था भी नही। उम्मीद है इस बार मांग को जायज मानते हुये तय समय पर किरर घाट मार्ग चालू कर दिया जायेगा।

पिंकू जायसवाल(ट्रक संचालक)

हमने लिखित आस्वासन दिया है कि 15 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा कराते हुये मार्ग को आवागमन के लिये खोल दिया जायेगा। जिस पर और अधिक तीव्रता से कार्य कराये जाने का निर्देश निर्माण एंजेंसी को दे दिया गया है। लगातार नजर बनाये रखी जायेगी।

मुकेश बेले (एजीएम एमपीआरडीसी)

हम लगातार मनेटरिंग करते रहें है और आगामी समय पर भी निर्माणाधीन स्थल का निरीक्षण करते रहेंगे ताकि तय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण हो सके किरर घाट मार्ग बंद होने से हो रही परेशानियों को हम समझते है।

अभिषेक चौधरी(एसडीएम पुष्पराजगढ़)

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