उमरिया।
शहडोल मार्ग पर स्थित एनएच 43 पाली और घुनघुटी चौराहा, खासकर बस स्टैंड के आस-पास, यातायात व्यवस्था के लिए एक बड़ा संकट बन चुका है। यहां सड़क के किनारे बने होटल और ढाबों के कारण सड़क की चौड़ाई घट गई है, और इन होटल व ढाबों के आड़ में भारी भरकम ट्रक, ट्रेलर और हाईवा जैसे बड़े वाहन अक्सर खड़े रहते हैं। यह स्थिति न केवल स्थानीय यातायात को प्रभावित करती है, बल्कि आपातकालीन गाड़ियों, जैसे एंबुलेंस, के लिए भी रास्ता निकालना मुश्किल हो जाता है।
दूसरी ओर, इन ट्रकों की बेतहाशा पार्किंग से सड़क पर दिन-रात जाम की स्थिति बनी रहती है। खासकर रात के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है जब ढाबों पर भारी वाहन खड़े होते हैं, जिससे अन्य वाहनों के लिए रास्ता निकालना और भी कठिन हो जाता है। इस ट्रक जाम के कारण ना केवल आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बल्कि इमरजेंसी गाड़ियों के लिए भी घंटों तक रास्ता मिलना मुश्किल हो जाता है। कई बार एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों को घंटों जाम में फंसा देखा गया है, जिससे जीवन रक्षक सेवाओं को भी देर से पहुंचने का खतरा होता है।
मिली जानकारी के अनुसार, यहां के क्षेत्र में ट्रकों के खड़े होने के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी घट चुकी हैं। बावजूद इसके, स्थानीय प्रशासन द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। प्रशासन की लापरवाही और नियमों की अवहेलना के कारण यह स्थिति दिन-ब-दिन और बिगड़ती जा रही है।
यह स्थिति न केवल यातायात में अव्यवस्था का कारण बन रही है, बल्कि लोगों की जान भी जोखिम में डाल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाने चाहिए। इसमें होटल और ढाबों के मालिकों पर सख्त नियमों का पालन कराने के साथ-साथ भारी वाहनों की अवैध पार्किंग पर प्रतिबंध लगाना शामिल होना चाहिए। यदि इसे समय रहते सुधारने की कोशिश नहीं की जाती है, तो आने वाले समय में यह समस्या और भी विकट हो सकती है, और इससे जनहानि का खतरा बढ़ सकता है।
इसलिए, प्रशासन से अनुरोध है कि वह इस गंभीर समस्या को सुलझाने के लिए शीघ्र कार्रवाई करें, ताकि स्थानीय लोगों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और इस सड़क पर यातायात की सुगमता बनी रहे।