पोरसा: रक्तवीरों का अद्भुत संगम, मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर के जन्मदिन पर आयोजित हुआ विशाल रक्तदान शिविर
पोरसा, 15 जनवरी 2025 (विनय मेहरा की कलम से) –
मुरैना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा में बुधवार को आयोजित रक्तदान शिविर ने एक नई मिसाल कायम की। मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र एवं हाकी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर के जन्मदिन के अवसर पर इस शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कई लोगों ने रक्तदान की महत्वता को समझते हुए एक साथ कदम बढ़ाया, जिससे यह शिविर न केवल रक्तदान की दृष्टि से महत्वपूर्ण बना, बल्कि सामाजिक एकता और स्वास्थ्य जागरूकता के प्रति एक जागरूकता फैलाने वाला महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।
53 यूनिट रक्त संग्रह: जीवन बचाने की पहल
इस रक्तदान शिविर में कुल 53 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया, जो कई जीवनों के लिए संजीवनी साबित हो सकता है। आयोजक दीपेंद्र भदोरिया ने रक्तदान के फायदों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रक्तदान न केवल दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि यह रक्त में आयरन की अधिकता को भी नियंत्रित करता है, जिससे दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है। रक्तदान से शरीर में होने वाली अतिरिक्त आयरन की मात्रा नियंत्रित रहती है, जो दिल के दौरे के खतरे को भी कम करता है।
रक्तदान में युवाओं का अद्वितीय योगदान: पोरसा के 53 युवा बने मानवता के नायक
पोरसा में आयोजित रक्तदान शिविर में 53 युवा रक्तवीरों ने अपनी सहभागिता से एक नई मिसाल कायम की। राहुल भदौरिया,रोहित भदौरिया, रामप्रताप तोमर, रावल भदोरिया, जितेंद्र भदोरिया, दीपक भदोरिया, विष्णु भदोरिया, शिवम भदोरिया, विक्रम भदोरिया, सचिन जैन, अभिषेक जैन सहित अन्य युवाओं ने रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया। इन युवाओं ने यह साबित किया कि युवा शक्ति समाज सेवा में अहम भूमिका निभा सकती है। उनका यह कदम न केवल समाज में रक्तदान की महत्वता को उजागर करता है, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित करता है। रक्तदान के इस महायज्ञ में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
विशेष अतिथियों और समाजसेवियों की उपस्थिति
इस दौरान जनपद अध्यक्ष पोरसा देवेश सिंह तोमर, वरिष्ठ भाजपा नेता यमू भाई, पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहर सिंह तोमर और अन्य समाजसेवी इस आयोजन में उपस्थित रहे। सभी ने रक्तदान की महत्वता को बताया और समाज के हर वर्ग को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया।
ब्रह्मा डिफेंस एकेडमी के 15 छात्रों ने दिखाया साहस
इस रक्तदान शिविर में एक खास बात यह रही कि ब्रह्मा डिफेंस एकेडमी पोरसा के 15 छात्रों ने भी रक्तदान किया। इन छात्रों ने अपने साहस और समाज के प्रति जिम्मेदारी को निभाते हुए यह संदेश दिया कि युवा वर्ग भी समाज सेवा में सक्रिय रूप से भाग ले सकता है।
रक्तवीरों का सम्मान: सर्टिफिकेट से हुआ सम्मान
मुख्य अतिथि श्री देतेन्द्र प्रताप सिंह तोमर और मंचासीन अन्य अतिथियों द्वारा रक्तदान करने वाले सभी रक्तवीरों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनकी महान भूमिका के लिए दिया गया, जिन्होंने मानवता की सेवा में अपना योगदान दिया और समाज को प्रेरित किया।
ब्लड बैंक की 5 सदस्यीय टीम की अहम भूमिका
रक्त कलेक्शन और मॉनीटरिंग के लिए मुरैना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की 5 सदस्यीय टीम ने इस शिविर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने रक्तदान प्रक्रिया को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया।
समाज में रक्तदान के प्रति बढ़ी जागरूकता
इस रक्तदान शिविर ने न केवल रक्तदान की महत्वता को समझाया, बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि रक्तदान एक महापर्व है, जो न केवल जरूरतमंदों की जान बचाता है, बल्कि हमें भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करता है। इस शिविर के आयोजन ने पोरसा में एक नई लहर को जन्म दिया है, जहां लोग रक्तदान को एक पुण्य कार्य के रूप में देख रहे हैं और इसे अपनी जिम्मेदारी मानते हैं।
रक्तदान से जीवन बचाना: मदद का हाथ बढ़ाना
आयोजक दीपेंद्र भदोरिया ने बताया कि कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी अन्य व्यक्ति से रक्त की आवश्यकता होती है। ऐसे में समाज के सभी लोगों को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों तक खून समय पर पहुंच सके और उनकी जान बचाई जा सके।
रक्तदान का सामाजिक जिम्मेदारी से है जुड़ाव: मुख्य अतिथि
मुख्य अतिथि देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने बातचीत करते हुए इस आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “रक्तदान न केवल एक शारीरिक जरूरत है, बल्कि यह मानवता की सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण है। जब हम दूसरों की मदद के लिए रक्तदान करते हैं, तो हम जीवन को बचाने में भागीदार बनते हैं। रक्तदान का महत्व केवल चिकित्सा दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी से भी जुड़ा हुआ है।” मुख्य अतिथि ने शिविर के सफल आयोजन के लिए आयोजकों और रक्तदाताओं की सराहना करते हुए यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से लोगों में एकजुटता और सामूहिक जिम्मेदारी का अहसास होता है। “हमें यह समझना चाहिए कि रक्तदान एक महापर्व है, जिसे हमें नियमित रूप से करना चाहिए। यह न केवल हमारी सेहत के लिए अच्छा है, बल्कि यह किसी दूसरे की जिंदगी भी बचा सकता है।”