मध्य प्रदेश में छात्रवृत्ति योजनाएं: मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए करोड़ों रुपए की मदद

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मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं की शुरुआत की है। इन योजनाओं का उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। आइए जानते हैं राज्य की प्रमुख 6 छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में:

1. मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना
इस योजना के तहत 12वीं कक्षा में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता मिलती है। यह योजना एमपी बोर्ड से संबंधित छात्रों के लिए है, और इसमें इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट जैसे स्नातक पाठ्यक्रमों की फीस का भुगतान सरकार करती है। पात्रता के लिए परिवार की वार्षिक आय अधिकतम ₹6 लाख होनी चाहिए।


2. मुख्यमंत्री एससी/एसटी पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
यह योजना अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्रों के लिए है, जो ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं। इसके तहत छात्रों को ट्यूशन फीस, परीक्षा शुल्क, और अन्य शैक्षिक शुल्क की प्रतिपूर्ति की जाती है। योजना के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹5 लाख से कम होनी चाहिए।


3. विक्रमादित्य छात्रवृत्ति योजना
इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे (BPL) सामान्य वर्ग के छात्रों को स्नातक स्तर पर मुफ़्त शिक्षा प्रदान की जाती है। पात्रता के लिए 12वीं कक्षा में कम से कम 60% अंक होने चाहिए और अभिभावक की वार्षिक आय ₹54,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। योजना के तहत छात्रों को सालाना ₹2,500 तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।


4. मुख्यमंत्री जनकल्याण (शिक्षा प्रोत्साहन) योजना
यह योजना विशेष रूप से उन छात्रों के लिए है जिनके परिवार गरीबी रेखा से नीचे हैं और जो विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना चाहते हैं। इस योजना के तहत छात्रों को ट्यूशन फीस, हॉस्टल फीस, और परीक्षा शुल्क का भुगतान किया जाता है। पात्रता के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹6 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।


5. पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना (जनजातीय कार्य विभाग)
यह योजना विशेष रूप से अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्रों के लिए है, जो 10वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके तहत छात्रों को ट्यूशन फीस, रहने का भत्ता, और अन्य शैक्षिक आवश्यकताओं के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।


6. मप्र अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना
यह योजना अल्पसंख्यक समुदायों (मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी) के छात्रों के लिए है, जिनकी परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से कम है। इस योजना का उद्देश्य अल्पसंख्यक छात्रों को उच्च शिक्षा में सहायता प्रदान करना है, और इसमें स्नातक व स्नातकोत्तर दोनों स्तरों के छात्र आवेदन कर सकते हैं।



इन योजनाओं के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार मेधावी, आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा की दिशा में प्रोत्साहित कर रही है, ताकि वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

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