पत्रकार शुभम तिवारी
🛑यश न्यूज चैनल 🛑
हरियाणा : राजनीति के गढ़ में टक्कर; तोशाम में बंसीलाल परिवार के भाई और बहन आमने-सामने
तोशाम हॉट सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। बंसीलाल परिवार के वोट बंटने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के गढ़ तोशाम में परिवार के ही चचेरी बहन और भाई अब आमने-सामने होंगे। भाजपा से श्रुति चौधरी तो कांग्रेस से उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को टिकट मिला है। वहीं भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद पूर्व विधायक शशिरंजन परमार भी तोशाम से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी दंगल में ताल ठोक चुके हैं। जजपा ने भी तोशाम से अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है। ऐसे में तोशाम से कौन सिकंदर बनेगा, यह भी अब दिलचस्प हो गया है।
श्रुति चौधरी का ये रहेगा मजबूत और कमजोर पक्ष
पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का मजबूत पक्ष यह है कि तोशाम से श्रुति चौधरी ने सांसद के चुनाव में भी काफी लीड यहां से ली है। दूसरी बात श्रुति के साथ उनकी मां किरण चौधरी भी यहां पूरी ताकत झोंक बेटी को जीत दिलाने का हर संभव प्रयास कर रही हैं। वे दिल्ली और हरियाणा में दोनों जगह चौधर होने का हवाला देकर इलाके के लोगों के काम कराने का दावा भी कर रही हैं। जबकि कमजोर पक्ष यह है कि बंसीलाल के मतदाताओं और जाट मतदाताओं को अपने पक्ष में करना उनके लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। वहीं तोशाम में पिछले काफी अर्से से विपक्ष का विधायक होने के नाते विकास कार्य नहीं होना भी कमजोर पक्ष माना जा रहा है।
अनिरुद्ध चौधरी का मजबूत और कमजोर पक्ष
अनिरुद्ध चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के इकलौते पोते होने के साथ-साथ पूर्व विधायक रणबीर महेंद्रा के बेटे हैं। उनका मजबूत पक्ष यह है कि बंसीलाल परिवार का परंपरागत वोट उनके साथ आ सकता है। इलाके के जाट मतदाता भी अनिरुद्ध के पक्ष में मतदान कर सकते हैं, क्योंकि वे बीजेपी से नाराज हैं। जबकि कमजोर पक्ष यह भी है कि उनका ये पहला विधानसभा चुनाव है। इससे पहले वे बाढ़डा में सक्रिय रहे हैं। अब तोशाम में चुनाव के दौरान उनके लिए मतदाताओं को साधना भी बड़ी चुनौती है।