डिंडोरी।
भानपुर ग्राम पंचायत में ग्रेवल रोड के निर्माण कार्य में हुए फर्जीवाड़े की जांच करने सोमवार को जिले से तीन सदस्यीय जांच दल ग्राम पंचायत पहुंचा। जांच दल ने ग्राम भानपुर में ग्रेवल सड़क का स्थल निरीक्षण किया और ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य से संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन ग्राम पंचायत कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सकी।
जांच दल ने ग्राम पंचायत में वर्तमान में उपलब्ध कुछ रिकार्डो का अवलोकन किया, लेकिन अधूरे दस्तावेजों के कारण जांच पूरी नहीं हो सकी। जांच दल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस नाम से सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति हुई है और जहां स्थान परिवर्तित कर निर्माण किया गया है, उन दोनों स्थानों का परीक्षण किया गया है।
भानपुर गांव में ग्रेवल सड़क में कार्य होना पाया गया है, वहीं घुटई गांव में दस्तावेज नहीं होने के कारण जांच अधूरी रह गई है। जांच दल ने जांच पूरी होने पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किए जाने के बाद ही शेष जानकारी साझा करने की बात कही है।
इस मामले में भूतपूर्व सरपंच और सचिव पर आरोप है कि उन्होंने जनपद के तकनीकी अमले की मदद से वर्तमान सरपंच के फर्जी सील और हस्ताक्षर कर ग्रेवल रोड के नाम से लाखों रुपये की राशि का आहरण कर लिया था। इस पूरे मामले में जनपद के तत्कालीन सीईओ, सहायक यंत्री, उपयंत्री, और एपीओ की भूमिका संदिग्ध रही है।