शहपुरा का तहसील रोड बदहाली पर आंसू बहा रहा - YES NEWS

शहपुरा का तहसील रोड बदहाली पर आंसू बहा रहा

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*डिंडोरी, मध्यप्रदेश – रिपोर्ट अखिलेश झारिया*

शहपुरा का तहसील रोड, जो कभी स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का शिकार बन चुका है, आज एक जर्जर और खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। यह मार्ग शहपुरा नगर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे अस्पताल, उत्कृष्ट विद्यालय, तहसील कार्यालय और लोक सेवा केंद्र से गुजरता है। इसके साथ ही यह आसपास के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला एक मुख्य मार्ग भी है। नगर परिषद और लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते यह मार्ग आज गड्ढों में तब्दील हो चुका है, जिससे आम नागरिकों की रोजमर्रा की आवाजाही पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बारिश के मौसम में हालात और बदतर हो गए हैं, जहां न केवल वाहनों का गुजरना मुश्किल हो गया है, बल्कि लोगों की जान भी जोखिम में पड़ गई है। अब स्थानीय जनता उम्मीद कर रही है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान देगा और इस महत्वपूर्ण मार्ग की मरम्मत जल्द से जल्द की जाएगी।

*सड़क में गड्ढों का अंबार*

शहपुरा का तहसील रोड, जो वीआईपी मार्ग के रूप में जाना जाता है, आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। नगर परिषद की लापरवाही के चलते यह मार्ग अब गड्ढों से भरा हुआ है, जिससे यहां से गुजरने वाले लोग परेशान हैं। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे सड़कों की हालत और खराब हो जाती है। सड़क की मरम्मत न होने से न केवल आम नागरिकों को परेशानी हो रही है, बल्कि चार पहिया वाहनों के पलटने जैसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं।

इस सड़क पर अस्पताल, उत्कृष्ट विद्यालय, और तहसील कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थान होने के बावजूद, नगर परिषद की अनदेखी के कारण यह मार्ग दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है। विशेषकर स्कूली बच्चों और ग्रामीणों की जान जोखिम में रहती है, जो इस मार्ग से रोजाना गुजरते हैं।

*प्रशासन की अनदेखी*

शहपुरा के तहसील रोड से प्रतिदिन तहसीलदार, एसडीएम सहित कई बड़े अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन इस सड़क की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लोकसेवा केंद्र, रजिस्ट्रार ऑफिस, और रानी दुर्गावती स्टेडियम जैसे सरकारी दफ्तर भी इसी मार्ग पर स्थित हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों का इस समस्या पर कोई गंभीरता नहीं दिखाना चिंताजनक है।

स्थानीय लोग बार-बार इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराते हैं, लेकिन नगर परिषद और लोक निर्माण विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। अगर शीघ्रता से इस मार्ग की मरम्मत नहीं की गई, तो इसका नाम गड्ढों वाली सड़क के रूप में ही जाना जाएगा।

*खतरनाक हो चुकी है सड़क*

रात के समय इस सड़क से गुजरना और भी अधिक खतरनाक हो जाता है, क्योंकि पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। गड्ढों के बीच से गुजरते समय वाहन चालकों को अक्सर दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब गड्ढों में फंसने से वाहन पलट गए हैं।

शहपुरा का यह मार्ग 21वीं सदी में भी अपनी बदहाली की कहानी बयां कर रहा है। आज जबकि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे में इस सड़क की स्थिति सरकार और स्थानीय निकायों की उदासीनता को उजागर करती है। अगर जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह मार्ग एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।

*क्या करेगा प्रशासन?*

शहपुरा के नागरिक अब इस उम्मीद में हैं कि प्रशासन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जल्द कार्रवाई करेगा। तहसील रोड न केवल शहपुरा नगर का मुख्य मार्ग है, बल्कि दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण रास्ता भी है। इस मार्ग की मरम्मत और सफाई की मांग को लेकर स्थानीय लोग कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर प्रशासन कब इस दिशा में कदम उठाता है, या फिर यह सड़क यूं ही गड्ढों से भरी और बदहाल बनी रहेगी।

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