**सीधी-कुसमी-शकरपुर से सजीव गुप्ता की रिपोर्ट**
सीधी जिले के मड़वास चौकी अंतर्गत ग्राम शंकरपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जहां खेत में शौच क्रिया के लिए गई एक महिला का शव मिला। घटना की जानकारी के अनुसार, मृतक महिला सुशीला नाई, जिनके पति गणेश नाई हैं, सुबह लगभग 9 बजे के करीब शौच क्रिया के लिए घर से बाहर गई थी। अचानक बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया, जिससे महिला का शव खेत में पाया गया। इस दुखद घटना ने स्वच्छता अभियान की विफलता को उजागर किया है, जहां सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत घरों में शौचालय निर्माण का दावा किया गया था, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है।
**स्वच्छता अभियान की विफलता और ग्रामीणों की मजबूरी**
ग्राम शंकरपुर की निवासी सुशीला नाई की मौत के बाद सामने आई परिस्थितियों ने स्वच्छता अभियान की वास्तविक स्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया है। सरकारी योजनाओं के तहत प्रत्येक ग्राम में शौचालय का निर्माण कराने की बात की गई थी, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार, यह केवल एक दिखावा साबित हो रहा है। गांव में सुदृढ़ और मजबूत शौचालय की व्यवस्था न होने के कारण ग्रामीण आज भी घर से बाहर शौच के लिए मजबूर हैं। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे नागरिकों की सुरक्षा भी प्रभावित हो रही है। यदि शौचालय की व्यवस्था सुदृढ़ तरीके से की गई होती, तो शायद इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सकता था। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सरकारी योजनाओं की वास्तविकता और जमीनी हकीकत के बीच बड़ा अंतर है।
**महिला के मिर्गी के दौरे और घटना की जांच**
परिजनों का कहना है कि सुशीला नाई को अक्सर मिर्गी जैसे चक्कर आते थे, जिसे घटना के पीछे एक कारण माना जा रहा है। महिला के मिर्गी के दौरे के कारण यह दुर्घटना हुई या फिर किसी अन्य कारण से, यह जांच का विषय है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस चौकी मड़वास ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस की जांच में यह स्पष्ट किया जाएगा कि महिला की मौत का कारण क्या था और इस घटना से संबंधित अन्य पहलुओं को भी जांचा जाएगा।
**स्वच्छता अभियान और सरकारी योजनाओं पर सवाल**
इस घटना ने स्वच्छता अभियान की वास्तविकता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना का उद्देश्य गांवों में शौचालयों का निर्माण कर स्वच्छता को बढ़ावा देना था, लेकिन जमीनी स्तर पर यह योजना कितनी सफल रही है, यह इस घटना से स्पष्ट हो गया है। ग्रामीणों की मजबूरी और सरकारी योजनाओं की विफलता यह दर्शाती है कि योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हुआ है। अब यह देखना होगा कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस घटना के बाद क्या कदम उठाते हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और स्वच्छता अभियान की वास्तविकता को सुधारने के लिए ठोस उपाय किए जा सकें।
**पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई**
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचकर आवश्यक जांच शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रशासन को चाहिए कि वे जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी करें और घटना के कारणों की स्पष्टता प्रदान करें। साथ ही, स्वच्छता अभियान की विफलता की समीक्षा कर, ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें ताकि भविष्य में ऐसी त्रासद घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना ने न केवल एक जीवन की हानि को दर्शाया है, बल्कि सरकारी योजनाओं की वास्तविकता को भी उजागर किया है।