एक पेड़ मां के नाम लगाने से कुसमी उद्यानकी में नन्हें पौधों की मांग बढ़ी - YES NEWS

एक पेड़ मां के नाम लगाने से कुसमी उद्यानकी में नन्हें पौधों की मांग बढ़ी

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*सीधी -रौहल -सजीव गुप्ता की रीपोर्ट*

सीधी जिले के कुसमी मुख्यालय अंतर्गत उद्यानकी के रौहाल से ज्यादा संख्या में नन्हें पौधों की क़लम तैयार किये जा रहे हैं इस समय कुसमी जनपद पंचायत के समस्त ग्राम पंचायतों में नन्हें पौधों का रोपण हो रहा है और किसान भी पौधा खरीद कर रोप रहें हैं जिससे पौधा की मांग काफी तेजी से हो हों रही है पर स्टाफ की कमी और पौधे की और बेराआइटी न होने से लोगों को कही न कही उदासी भी देखी गई हैं ।

*इन पौधों की मांगे*

उद्यान की विभाग कुसमी के माली एस एन साकेत से जब मीडिया कर्मी ने बात की तब उन्होंने बताया की पर्याप्त संख्या में अपने पास नन्हे पौधे उपलब्ध हैं कई वैरायटी के पौधे और क्षेत्र में अधिकतर मांग आम अमरूद नींबू संतरा मुसम्मी कटहल मीठी नीम पपीता की हो रही है इन सभी पौधों सहित पौधों की कई वैरायटी हमारे पास है आम का बारहमासी का पौधा है जो इस समय गौर देकर फल भी रहा है लोगों का मनमोहक बना हुआ है उसका हम नन्हा पौधा बनाने के लिए कलम तैयार कर रहे हैं

उद्यानकी के विभाग के प्रमुख माली साकेत का कहना यह है कि इस बार पौधों की अच्छी बिक्री हो रही है मुख्यमंत्री जी का अभियान एक पौधा मां के नाम को लेकर लोग पीपल आम नींबू जामुन बरगद आज के पौधे खरीद कर ले जा रहे हैं पिछले 15 दिनों में 5000 से अधिक पौधे हम दे चुके हैं और पंचायत में देने के लिए तैयार कर रहे हैं माना जा रहा है कि इस बार पौधा बिक्री अलग ही रिकॉर्ड बनेगा

*कई व्यवस्थाओं का अभाव*

उद्यानकी केंद्र में पहुंचे मीडिया कर्मी ने जब वहां पर उपस्थित रौहाल के ग्रामीण से बात की तब ग्रामीणों ने बताया कि उद्यानकी विभाग में बिजली का अभाव है बिजली कनेक्शन के अभाव के कारण नन्हे पौधे तैयार न होने से लोगों को दिक्कतें भी हो रही है और सीधी उद्यानकी के वरिष्ठ अधिकारी कुसमी उद्यानकी का निरीक्षण करते रहे तो कई वैरायटी के बीच एवं कई नस्ल के पौधे कुसमी में उद्यानकी में आ सकते हैं कुछ ऐसे पौधे हैं जिनका अभाव अभी बना हुआ है वही सब्जी बीज पहले विभाग में आया करता था लेकिन अब सब्जी बीज नहीं आने से आदिवासी अंचल के ग्रामीणों में कहीं ना कहीं उदासी देखी गई है

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