प्रयागराज में गुरु-शिष्य की परंपरा को समर्पित गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व रविवार को श्रद्धा, उल्लास से मनाया जा रहा है। मठ-मंदिरों में शिष्य गुरुओं का चरण पखारकर आशीष प्राप्त कर रहे हैं। धार्मिक, सांस्कृतिक संस्थाओं की ओर से कार्यक्रम हो रहे हैं।
District Buerou Prayagraj – Pankaj Singh
गुरु पूर्णिमा को स्नान-दान की आषाढ़ी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इसलिए पुण्य के निमित्त बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम स्नान करने पहुंचे। संगम के अलावा गंगा-यमुना के घाटों पर स्नान-दान किया जा रहा है। खासकर संगम पर सुबह से ही लोगों की भीड़ है।
इस बार गुरु पूर्णिमा पर ग्रहों की स्थिति का शुभ योग बन रहा है। इस दिन मंगल और बृहस्पति वृष राशि और शनि देव कुम्भ में विद्यमान हैं। चंद्रमा सुबह 8:06 बजे के बाद मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
गुरु पूर्णिमा पर शहर में कई आयोजन
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मठ-मंदिरों में विविध कार्यक्रम आयोजित हैं। अलोपीबाग स्थित आश्रम में स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ब्रह्मलीन गुरुओं के निमित्त पूजन-अर्चन करके चातुर्मास अनुष्ठान किया।
त्रिवेणी बांध स्थित देवरहा बाबा आश्रम में सुबह नौ बजे गुरु पूजन हुआ। स्वामी रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री के सानिध्य में देवरहा बाबा की प्रतिमा पर पूजन और पंचामृत से अभिषेक किया गया। बलुआघाट स्थित इस्कॉन मंदिर, बाघंबरी मठ में गुरुपूजन किया गया।