गोवंश के नाम पर सरकार के खोखले दावे: की पोल खोलती तस्वीर
बनवारी कटारिया/ संवादादता
राजगढ़। एक तरफ सरकार गोवंश को लेकर बड़ी-बड़ी बातें और दावे करती है, वहीं दूसरी ओर, पूरे जिले में सड़कों पर गोवंश भटकते नजर आते हैं। कुछ दिन पहले ही राज्यमंत्री गोतम टेटवाल ने गोवंश को लेकर बयान दिया था अगर किसी पंचायत में सड़कों पर गोवंश दिखी तो सचिव और सरपंच को जेल भेज दूंगा। लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि जिले के हर गांव, हर पंचायत, हर शहर में गोवंश घूम रही है। इतने लोगों पर कार्रवाई करना असंभव है।
आए दिन सड़कों पर गोवंश की वजह से दुर्घटनाएं होती रहती हैं और किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचता है। राजगढ़ जनपद के कलीतलाई पंचायत में कांग्रेस की 18 महीनों की सरकार के दौरान स्वीकृत 38 लाख की गोशाला का कार्य चालू न होने की वजह से निरस्त हो गया। गोशाला निरस्त होने का कारण राजस्व विभाग की अनदेखी भी है, क्योंकि जिस जमीन पर गोशाला बननी थी उस जमीन से अवैध कब्जा नहीं हटवा पाया राजस्व विभाग।
पूरे मामले में कागजी खानापूर्ति कर दी गई जिससे गोशाला नहीं बन पाई। पूरे जिले में राजस्व विभाग के अधिकारी जमीनों से अवैध कब्जा हटाने और सीमांकन करने में लापरवाही बरतते हैं, फिर भी प्रशासन इनपर मेहरबान रहता है। आए दिन जमीनों के मामले आते रहते हैं लेकिन प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगती। राजगढ़ प्रशासन की इसी खस्ता हालत के कारण आम जन को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इस तरह के बयान देने से कोई फायदा नही मंत्री जी, गोवंश को लेकर सरकार ठोस कदम उठाए और हर पंचायत में गोशाला निर्माण कराए जिससे इस तरह के मामले ना आए।