मंडला। फिरदौस खान की रिपोर्ट।
दिनांक 10/07/2024 को सुभाष चंद्र पिता हरिसिंह कुलस्ते (35 वर्ष) निवासी मानिकसरा, थाना बीजाडांडी, जिला मंडला ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता हरिसिंह कुलस्ते (55 वर्ष) दिनांक 26/01/2021 को शाम करीब 7:30 बजे घर से खेत की तरफ गए थे। इस पर दिनांक 30/01/2021 को गुम होने की रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसके तहत गुम इंसान क्रमांक 04/2021 कायम किया गया।
लगातार गुमशुदा की तलाश जारी थी, परन्तु दिनांक 09/07/2024 को ग्राम पहटसरा निवासी लटकन सिंह उइके ने प्रार्थी को बताया कि 26/01/2021 को हरिसिंह खेत में गए थे, जहां रास्ते में ठाकुर सिंह, छतरसिंह, चैतू उइके, मानसिंह कुशराम और रवि मरावी ने जंगली जानवर का शिकार करने के लिए हाईटेंशन तार बिछा रखे थे। रात 8:00 बजे के करीब प्रार्थी के पिता हरिसिंह उन तारों की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
आरोपियों ने मृतक हरिसिंह के शव को करीब 4 किमी दूर कोसुमकोल भूरका के जंगल में झोडी किनारे दफना दिया था। दिनांक 09/07/2024 को पुलिस बीजाडांडी को सूचना मिली और आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 202/2024 धारा 304, 201, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
**पुलिस कार्रवाई:**
वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई और पुलिस अधीक्षक मंडला श्री रजत सखलेचा, अति. पुलिस अधीक्षक श्री अमित वर्मा के आदेश और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री पी.एस. वालरे के निर्देशन में टीम का गठन किया गया। इस टीम में थाना प्रभारी बीजाडांडी उनि. पंकज विश्वकर्मा, रामकिशोर माथरे, सउनि. सूर्यवंशी, प्र.आर.298 शिवचरण वाकड़े, एप्र. आर. 64 रविन्द्र मरावी, प्र. आर. 472 संतलाल उइके, आर. 530 प्रशान्त अवस्थी, आर. 248 जयसिंह मरावी, आर. 153 श्रवण पुड़िया, आर. 608 महेन्द्र मार्को, आर. 187 आलोक मरावी, आर. 628 नीरज वाकले, आर. संदीप मेवाड़ा, चालक आर. 208 विजय शामिल थे।
टीम ने सूचना की पुष्टि के लिए तत्काल रवाना होकर मृतक के शव का विधिवत उत्खनन कराया और आरोपियों लटकन सिंह उइके, ठाकुर सिंह, छतरसिंह, चैतू उइके, मानसिंह कुशराम और रवि मरावी को चौबीस घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया।
**सराहनीय भूमिका:**
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी बीजाडांडी उनि राम किशोर माथरे, उनि पंकज विश्वकर्मा, सउनि. छवि सूर्यवंशी, प्र.आर.298 शिवचरण वाकडे, प्र.आर.64 रवीन्द्र मरावी, आर. 530 प्रशांत अवस्थी, चालक आर. 208 विजय छिरा, आर.628 नीरज बाकले, आर. 187 आलोक मरावी, आर. 248 जय सिंह, आर. संदीप मेवाडा की विशेष भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक मंडला द्वारा अधिकारी/कर्मचारियों को नगद पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया।