स्वतंत्रता के बाद विंध्य प्रदेश बना और रीवा उसकी राजधानी हुई। कुछ ही वर्षों के पश्चात मध्यप्रदेश में विंध्य प्रदेश का विलय हो गया।
उस समय की सरकार ने रीवा का पूरा मान सम्मान का दर्जा बरकरार रखने का वायदा किया था। लेकिन धीरे-धीरे राजनेताओं की अनदेखी से रीवा हाशिए पर आ गया। रीवा संभाग की मुख्यालय होने के साथ ही यहां कई प्रादेशिक कार्यालय संचालित किए गए। लेकिन धीरे-धीरे वह भी बंद हो गए। लेकिन एक बार फिर रीवा को विकास के पंख लगे हैं। आज हालत यह है कि रीवा में एक बड़ा रेलवे स्टेशन बन रहा है। देश के बड़े शहरों के लिए सीधे रीवा से ट्रेनों का संचालन शुरू हो रहा है। आने वाले समय में रीवा रेलवे स्टेशन विंध्य क्षेत्र का बड़ा रेलवे स्टेशन होगा।