राजगढ़: शिक्षा और पर्यावरण के संगम में जिला शिक्षा और खेल अधिकारी का वृक्षारोपण अभियान - YES NEWS

राजगढ़: शिक्षा और पर्यावरण के संगम में जिला शिक्षा और खेल अधिकारी का वृक्षारोपण अभियान

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बनवारी कटारिया/राजगढ़जिला शिक्षा अधिकारी और जिला खेल अधिकारी ने हायर सेकेंडरी स्कूल चाटुखेड़ा का निरीक्षण करते हुए विद्यालय में पौधारोपण किया और बच्चों का मार्गदर्शन किया। इस विशेष अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी ने आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी भी तरह से प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षकों की समुचित व्यवस्था की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी और जिला खेल अधिकारी ने स्कूल की सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय प्राचार्य कमलसिंह वर्मा, लोकेंद्र पाटीदार, ब्रजमोहन विजयपुरिया, गोपालकृष्ण बाथम और अन्य स्टाफ सदस्यों के साथ चर्चा की और विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया।

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, “शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण दोनों ही हमारे समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बच्चे न केवल अच्छी शिक्षा प्राप्त करें बल्कि पर्यावरण के प्रति भी जागरूक हों। वृक्षारोपण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

विद्यालय परिसर में आयोजित इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बच्चों ने पौधे लगाते हुए पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली और यह संकल्प लिया कि वे अपने आसपास की हरियाली को बनाए रखने में योगदान देंगे।

जिला खेल अधिकारी ने भी इस अवसर पर कहा, “स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण अनिवार्य है। खेल और शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए।”

विद्यालय के प्राचार्य कमलसिंह वर्मा ने जिला अधिकारियों के इस पहल की सराहना की और कहा, “इस तरह की पहल से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे अपने भविष्य को सुरक्षित और हरा-भरा बनाने में योगदान देंगे।”

इस वृक्षारोपण कार्यक्रम ने न केवल स्कूल परिसर को हरा-भरा किया बल्कि बच्चों के दिलों में पर्यावरण के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी की भावना भी जाग्रत की। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी आवश्यक है, और इस दिशा में सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।

इस महत्वपूर्ण पहल के माध्यम से राजगढ़ जिले ने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो निश्चित रूप से अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। आइए, हम सब मिलकर शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण की इस यात्रा में शामिल हों और अपने समाज को एक बेहतर और हरा-भरा भविष्य दें।

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