मऊगंज/हनुमना: छोटे-छोटे गांवों में विकास और शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग का निर्माण किया गया था, लेकिन वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि यह विभाग भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है। ग्राम पंचायत बिझौली शुक्लान में शासन के पैसों का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां पर निर्माण कार्यों के नाम पर सरपंच और सचिव द्वारा शासकीय राशि का लाखों रुपयों का गबन किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत बिझौली शुक्लान में हाल ही में बनाई गई नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार की यह नई कड़ी है, जिससे जनता और प्रशासन दोनों ही आक्रोशित हैं। प्रशासन को समय-समय पर इस भ्रष्टाचार की जानकारी दी जाती रही है, लेकिन कार्यवाही के नाम पर केवल औपचारिकताएं निभाई जा रही हैं।
इस गंभीर मामले को देखते हुए, सरकार के उच्च अधिकारियों और संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है। यह भ्रष्टाचार सिर्फ एक नाली तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शासन की योजनाओं और ग्रामीण विकास के आयामों को नुकसान पहुंचा रहा है। जनता का विश्वास टूट रहा है और सरकारी योजनाओं का मकसद नष्ट हो रहा है।
सरपंच और सचिव की यह कारगुजारियां सरकार और जनता की आंखों में धूल झोंक रही हैं। अब समय आ गया है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं और उन्हें कानून के कटघरे में खड़ा किया जाए।
आपकी आवाज़:
यदि आपके पास भी ऐसे ही किसी भ्रष्टाचार की जानकारी है, तो उसे सार्वजनिक करने के लिए हमें संपर्क करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और हम आपके साथ खड़े रहेंगे।
ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने और जनता के हितों की रक्षा करने के लिए त्वरित और कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। सरकार और उच्च अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप कर भ्रष्टाचारियों को सजा दिलानी चाहिए ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके।