रिपोर्ट: रोहित शर्मा
रसमोहनी: शासन प्रशासन ग्रामीणों के उपचार के लिए लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन निचले तबके के कर्मचारी और ठेकेदार की लापरवाही के कारण सुविधाएं केवल कागजों तक ही सीमित रह जाती हैं। इसका जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
जनपद पंचायत बुढार के ग्राम पंचायत घोघरी में लाखों रुपये की लागत से बने उप स्वास्थ्य केंद्र का हाल यह है कि पंचायत को ओवरहैंड करने से पहले ही वह खंडहर हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, जब उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शुरू हुआ था, तो उनमें काफी उत्साह था। लेकिन ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण कार्य के कारण निर्माण के कुछ दिनों बाद ही टाइल्स और दरवाजे टूट गए।
इसके अलावा, ठेकेदार ने न तो बिजली कनेक्शन करवाया और न ही पंचायत को ओवरहैंड कराया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उनके गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र को जल्द से जल्द चालू कराया जाए ताकि उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।